Farmers’ Movement : मोदी सरकार ने धान की खरीद को टाला, किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन

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Farmers’ Movement : कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर हजारों किसानों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के करनाल स्थित आवास पर जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान किसानों की उग्र भीड़ ने पुलिस बैरिकेड को पार करने की कोशिश की। जिसके कारण किसानों और सुरक्षाबलों के बीच हल्कीफुल्की धक्कामुक्की भी हुई।

जानकारी के मुताबिक सीएम मनोहर लाल खट्टर के आवास पर इस सप्ताह में पुलिस और प्रदर्शकारी किसानों के बीच कई बार झड़पें हो चुकी हैं।

सीएम आवास के बाहर किसानों की ओर से किसी भी प्रकार की हिंसा का मुकाबला करने के लिए पुलिस ने बड़ी संख्या में वॉटर कैनन और आंसूगैस के गोले से लैस पुलिकर्मियों की तैनाती की है। प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वाली भीड़ पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल करके उन्हें तितर-बितर किया जा रहा है।

किसान पूरे प्रदेश में कर रहे हैं आंदोलन

प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा के कई जिलों में बीजेपी विधायकों के आवास पर और अनाज मंडियों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन के दौरान किसान नेता राकैश टिकैत ने प्रदर्शकारियों की ओर से पंजाब और हरियाणा के सभी जिला अधिकारियों के साथ-साथ केंद्र सरकार को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर धान की खरीद में विलंब नहीं होना चाहिए।

राकेश टिकैत को यह चेतावनी तब जारी करनी पड़ी जब केंद्र सरकार ने पंजाब और हरियाणा में खरीफ फसलों के साथ साथ धान की फसल की खरीद को 11 अक्टूबर से शुरू करने की बात कही।

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टिकैत ने कहा कि अगर धान नहीं खरीदे गये तो बारिश हो रहा है और उससे धान सड़कर खराब हो जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो इसके लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ हरियाणा और पंजाब की सरकार भी जिम्मेदार होगी।

वहीं कल हरियाणा के झज्झर में पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच हिंसक झड़प हुई क्योंकि किसान बिल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के सामने प्रदर्शन के लिए जा रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने उपमुख्यमंत्री को काले झंडे भी दिखाये।

चन्नी ने रेलवे को लिखा पत्र, किसानों का केस करें खत्म

किसान आंदोलन की आंच केवल हरियाणा ही नहीं बल्कि पंजाब में भी सुलग रही है। लेकिन पंजाब के नये मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किसानों के जख्म पर मरहम लगाते हुए उनके पक्ष में रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारी को चिट्ठी लिखी है।

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सीएम चन्नी ने रेलवे सुरक्षा को लिखे पत्र में आदेश दिया है कि किसान आंदोलन के रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन के दौरान जिन भी किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. उनके केस को तत्काल खत्म कर दिया जाए।

वहीं मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान चन्नी ने तीनों किसान बिल को रद्द करने और किसानों के प्रति सहानभूति दिखाने की बात की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रद्द करें तीनों किसान बिल

इस मामले में सीएम चन्नी ने बताया कि मैंने प्रधानमंत्री जी से तीनों कृषि कानूनों को तत्काल रद्द करने की मांग की। साथ ही किसानों की समस्या को सद्भाव से समझने की बात कही। इस बात पर पीएम ने भी कहा कि वह किसानों की मांग को लेकर मंथन कर रहे हैं कि कैसे उन्हें संतुष्ट किया जाये।

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चन्नी ने बताया कि मैंने प्रधानमंत्री जी से कहा कि केंद्र सरकार को किसानों से खुले दिल से और बिना किसी शर्त के बात करनी चाहिए क्योंकि संवाद से ही कोई रास्ता निकल सकता है। चन्नी ने प्रधानमंत्री से कहा कि पंजाब की पूरी अर्थव्यवस्था कृषि पर ही निर्भर है।

ऐसे में अगर किसान और खेती से जुड़े लोग खुश नहीं रहेंगे तो हमारा प्रदेश कभी तरक्की नहीं कर पायेगा। इसके अलावा उन्होंने धान की खरीद को तत्काल शुरू करने को कहा जिसे 10 अक्टूबर तक के लिए केंद्र सरकार ने टाल दिया है।

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