महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख 100 करोड़ वसूली का आरोप झेल रहे हैं। इस दाग के कारण उन्हें अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा। यह मुद्दा अभी शांत नहीं हुआ है इस बीच उनपर एक और आरोप लग गया है। देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे से बार और रेस्तां से 4 करोड़ वसूल कराए हैं। इस बात का सबूत ईडी ने पेश भी किया है।

विस्तार में खबरों की बात करे तो, अनिल देशमुख के निर्देश पर दिसंबर 2020 और फरवरी 2021 के बीच बार मालिकों से 4.7 करोड़ रुपये वसूले। ईडी के अनुसार, वाजे ने देशमुख के निजी सहायक, कुंदन शिंदे को पैसे दिए और बाद में इस पैसे का एक हिस्सा दिल्ली में चार शेल कंपनियों के माध्यम से नागपुर के एक चैरिटेबल ट्रस्ट को भेज दिया गया।

दरअसल पूर्व गृहमंत्री के निजी सजीव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में कई बयान पेश कर रही है। इसी दौरान ईडी ने वसूली वाला खुलासा किया। अधिकारियों ने कहा कि पलांडे और शिंदे को कथित तौर पर करोड़ों रुपये की रिश्वत सह रंगदारी गिरोह मामले में कथित धनशोधन के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में देशमुख को अप्रैल में इस्तीफा देना पड़ा था।

ईडी ने अदालत को बताया कि धनशोधन में देशमुख की मदद करने में पलांडे और शिंदे सहायक थे। बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने पहले एक शुरुआती जांच (पीई) की थी और उसके बाद नियमित मामला दर्ज किया था। सीबीआई के मामले के बाद ईडी ने इस संबंध में देशमुख और अन्य के खिलाफ जांच शुरू की थी।

ईडी ने कहा कि इन बयानों से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वाजे ने मुंबई के विभिन्न ऑर्केस्ट्रा बार मालिकों से 4.70 करोड़ रुपये लिये थे। ईडी ने अदालत को बताया कि वाजे ने बाद में एक बयान में कहा कि उसे पुलिस जांच से संबंधित कई मामलों में तत्कालीन गृह मंत्री से सीधे निर्देश मिलते थे।

बता दें कि 25 जून को प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल देशमुख के घर छापेमारी की थी। उस दौरान अनिल घर पर मौजूद नहीं थे। वहीं टीम अनिल के नागपुर वाले घर पर भी पुहंची थी। बता दें कि यह सभी कांड 100 करोड़ वसूली को लेकर किया जा रहा है।

सभी आरोपों को देशमुख और एनसीपी नेता शरद पवार खारिज करते रहे। मामले को फंसता देख परमबीर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने यह कह कर परमबीर सिंह की याचिका खारिज कर दी किआप पहले हाईकोर्ट जाइए। हाईकोर्ट से परमबीर सिंह की जीत हुईकोर्ट ने मामले को सीबीआई जांच का आदेश दे दिया। कोर्ट के इस फैसले के बाद पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पद से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान अनिल देशमुख ने कहा था किकोर्ट ने मेरे खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया है। अब मैं इस पद के लायक नहीं हूं।

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