दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन से बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आ रहा है, शर्मनाक इसलिए क्योंकि देश के झंडे का अपमान, देश की निंदा करने के समान है। बुधवार को न्यूलैंड्स स्टेडियम में तिरंगे को उलटा फहरा दिया गया, लगभग 2 घंटे तक तिरंगा उल्टा फहरता रहा, लेकिन भारतीय टीम और टीम प्रबंधन का इस ओर एक बार भी ध्यान नहीं गया। जब कुछ पत्रकारों का इस ओर ध्यान गया, तब उन्होंने भारतीय टीम प्रबंधन को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद भारतीय टीम के कहने पर दक्षिणी प्रबन्धन टीम ने तिरंगे को सीधा करके फहराया गया।
दक्षिणी प्रबंधन टीम ने बताया, उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि भारतीय झंडे को कैसे फहराते हैं। जब भारतीय पत्रकारों ने प्रबंधन टीम को इस बात से अवगत कराया, तब जाके तिरंगे को सही तरीके से फहराया गया।
बता दें हर क्रिकेट मैच से पहले भारत की तरफ से स्टेडियम में दोनों टीमों के राष्ट्रीय झंडों को फहराया जाता है, इसके अलावा मेजबान क्रिकेट बोर्ड का झंडा भी फहराया जाता है। हालांकि इससे पहले भी कई अन्य स्टेडियमों में तिरंगे का अपमान किया जा चुका है, जिसमें गलती भारतीय प्रबंधन की है क्योंकि तिरंगे की गरिमा को बनाए रखने की जिम्मेदारी भारतीय टीम की है। लेकिन भारतीय प्रबंधन इस मामले को लेकर कभी भी सीरियस नहीं रहते। अगर भारतीय टीम प्रबंधन की तरफ से पहले ही मेजबानों को सही जानकारी दी होती तो ऐसा नहीं होता।
26 जनवरी को फहरेगा सबसे ऊंचा तिरंगा
26 जनवरी को राजनगर स्थित सेंट्रल पार्क में अब तक का सबसे ऊंचा तिरंगा फहराया जाएगा, जिसके लिए जीडीए की ओर से तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं। उत्थान समिति के चेयरमैन सत्येंद्र सिंह का कहना है, कि सेंट्रल पार्क में 111 फीट का तिरंगा फहराया जाएगा, जिसका उद्घाटन 26 जनवरी को ही किया जाएगा।