महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख 100 करोड़ वसूली का आरोप झेल रहे हैं। इस दाग के कारण उन्हें अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा। यह मुद्दा अभी शांत नहीं हुआ है इस बीच ईडी उनके घर पहुंच गई है। देशमुख के घर ईडी की छापेमारी चल रही है। यह साफ नहीं हो पाया है कि छापेमारी के दौरान अनिल देशमुख घर पर थे या नहीं लेकिन प्रवर्तन निदेशालय छान बीन कर रही है।
डीसीपी राजू भुजबल जो वर्तमान में मुंबई पुलिस की प्रवर्तन शाखा के प्रभारी हैं, उनके अधिकार क्षेत्र में समाज सेवा शाखा है। यह समाज सेवा शाखा है जो चेक करती है और पब, हुक्का पार्लर, डांस बार, बार और रेस्तरां पर छापेमारी करती है।
ईडी भुजबल के अलावा अन्य पुलिसकर्मियों से पूछ ताछ कर रही है। वहीं मुंबई आवास के साथ अनिल देशमुख के नागपुर आवास पर भी छानबीन चल रही है। ईडी अभी तक अनिल देशमुख तक नहीं पहुंच पाई है। खबर है कि जल्द ही उनसे भी पूछताछ की जाएगी।
दरअसल मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन की कुछ छड़ बरामद हुई थी। जांच में खुलासा हुआ था कि, यह कांड करने वाला मुंबई पुलिस का क्राइम ब्रांच का अधिकारी सचिन वाजे ही था। इसके बाद वाजे को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया था। कुछ समय बाद वाजे को एनआईए ने गिरफ्तार किया और पूछताछ करने लगी। इस बीच परमबीर का ट्रांसफर हुआ। अपने ट्रांसफर से नाराज परमबीर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक खत लिख, अनिल देशमुख पर जबरन वाजे से वसूली का आरोप लगाया था। इस खते के बाद मुंबई की राजनीति में आया भुचाल शांत नहीं हुआ है।
सभी आरोपों को देशमुख और एनसीपी नेता शरद पवार खारिज करते रहे। मामले को फंसता देख परमबीर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने यह कह कर परमबीर सिंह की याचिका खारिज कर दी कि, आप पहले हाईकोर्ट जाइए। हाईकोर्ट से परमबीर सिंह की जीत हुई, कोर्ट ने मामले को सीबीआई जांच का आदेश दे दिया। कोर्ट के इस फैसले के बाद पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पद से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान अनिल देशमुख ने कहा था कि, कोर्ट ने मेरे खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया है। अब मैं इस पद के लायक नहीं हूं।