गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली के दिल पर बदनुमा दाग लगाने में संदीप सिंह सिद्धू की अहम भूमिका बताई जा रही है। कृषि कानून के विरोध में किसानों ने 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली निकाली इसी में जमकर उत्पात मचाया गया लाल किले के प्राचीर पर निशान साहिब झंडा फहराया गया। खबरों के अनुसार और वीडियों की माने तो झंडा फहराने का काम दीप सिद्धू की देखरेख में हुआ है।

मुख्य आरोपी दीप सिद्धू दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस पूछताछ कर रही है। शुरूवाती जांच में खुलासा हुआ है कि, सिद्धू का खालिस्तानी कनेक्शन है। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।

गुरुद्वारे व घरों में पाठ और कथा वाचने वाला इकबाल सिंह की हिंसा में ज्यादा भूमिका सामने आ रही है। इकबाल इस समय पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सिद्धू व इकबाल से खालिस्तान व खालिस्तान की ओर से फंडिंग को लेकर पूछताछ की जा रही है।

26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में गिरफ्तार अभिनेता दीप सिद्धू लालकिले पर 75 मिनट रुका था। आरोप है कि इस दौरान उसने फेसबुक लाइव से प्रदर्शनकारियों को उकसाया और लालकिले की प्राचीर पर झंडे वाली जगह पर गया। जब जुगराज सिंह ने धार्मिक झंडा फहराया था उस समय दीप सिद्धू वहां मौजूद था।

दीप सिद्धू 7 दिनों के लिए पुलिस रिमांड में है। लाल किला हिंसे की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। लेकिन अभी तक क्राइम ब्रांच से सिद्धू का सामना नहीं हुआ है। दिल्ली पुलिस अपने अस्तर पर पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि, दीप सिद्धू और इकबाल सिंह का कनेक्शन खालिस्तानी संगठनों से लग रहा है।

अभिनेता ने पूछताछ में बताया है कि लालकिले पर जो हुआ उसका उसे तुरंत एहसास हो गया था कि बहुत ज्यादा गलत हो गया है। इस बात से वह डर गया और वहां से निकल गया। इसके बाद वह कार से सोनीपत पहुंचा और मोबाइल बंद कर लिया। मोबाइल की आखिरी लोकेशन सोनीपत में एक ढाबे के पास आई थी।

दिल्ली पुलिस के कुछ अधिकारियों ने बताया कि, दीप सिद्धू 26 जनवरी को लालकिले पर सिंघु बॉर्डर से नहीं, बल्कि सोनीपत से गया था। अभिनेता के मोबाइल की लोकेशन इसका प्रमाण है। लोकेशन से पता चला है कि वह 25 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर था और शाम को कहीं चला गया।

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