कर्नाटक में एक कांग्रेस नेता के पास से मिली डायरी की जांच अब दिल्ली तक पहुँचती दिख रही है। कांग्रेस नेता के पास मिली इस डायरी में 600 करोड़ रूपए बड़े नेताओं को रिश्वत के रूप में देने की बात लिखी हुई थी। यह डायरी कांग्रेस के एमएलसी गोविंद राज के पास से मिली थी। इसके बरामद होने के बाद से आयकर विभाग और कर्णाटक पुलिस अब तक प्रदेश स्तर के कई बड़े नेताओं से पूछताछ कर चुकी है। इस डायरी में नेताओं के अलावा कई बड़े अधिकारियों के नाम मिले थे। अब देखना है उनसे पूछताछ कब होती है या नहीं होती है।
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक इस डायरी में राष्ट्रीय स्तर के भी कई नेताओं के नाम हैं और उनसे पूछताछ करने के लिए एक टीम जल्द ही दिल्ली रवाना हो सकती है। डायरी में AICC, एपी, एम वोहरा, एसजी ऑफिस, आरजी ऑफिस और डीजीएस जैसे शब्दों का उल्लेख है। डायरी में एक नाम स्टील ब्रिज के तौर पर दर्ज है। जिससे 65 करोड़ रुपए मिलने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा बंगलुरु नगर निगम चुनावों में 7 करोड़ रुपए मीडिया को भी देने की भी बात कही गई है।
डायरी मिलने के बाद 11 फरवरी को आयकर विभाग के अधिकारियों ने गोविंद राज को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ में उन्होंने दावा किया था कि डायरी में जो लिखावट और हस्ताक्षर है वह उनकी नहीं है। इस प्रकरण के सामने आने के बाद घिरी कांग्रेस ने पलटवार करते हुए इसे मोदी सरकार की साज़िश बताया और डायरी को फर्जी तक कह दिया था। मुख्यमंत्री के काफी करीबी गोविंद राज कांग्रेस के लिए फंड जुटाने का काम करते हैं। वह लम्बे समय से राजनीति में हैं। उनकी छवि प्रभावशाली नेता की मानी जाती है। बड़े नेताओं के साथ उनके रिश्ते सामने आते रहे हैं। कर्नाटक के अलावा गोविंद राज की पैठ और पहचान दिल्ली के बड़े नेताओं से भी हैं।
इस डायरी के सामने आने के बाद कर्नाटक की राजनीति में बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस इसके बचाव में भाजपा पर षड़यंत्र का आरोप लगा रही है वहीं भाजपा कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में लगी है लेकिन इन सब के बीच अगर इसकी जांच दिल्ली तक पहुँचती है तो कांग्रेस एक नई मुसीबत में पड़ जाएगी जो उसके लिए कतई फायदेमंद नहीं होगा। साथ ही इसमें कई बड़े नेताओं की गर्दन भी फंस सकती है। अब देखना है कि आगे इस मामले में कितनी और परतें खुलती हैं।