वृंदावन में संघ की अखिल भारतीय समन्वय तीन दिवसीय बैठक में देश और समाज की दशा दिशा पर चिंतन शुरु हो गया है। इस बैठक मे संघ ने देश में नौकरी के घटते अवसरों पर चिंता जाहिर की है। इसके साथ संघ ने साफ कह दिया है कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी मोदी सरकार को बड़ा काम करना होगा। साथ ही साथ संघ ने मंत्रालयों पर निशाना साधते हुए स्पष्ट किया कि कई मंत्रालयों के कामकाज से संघ बेहद ही नाखुश है। बैठक में मोदी सरकार की कई नीतियों की निंदा करने के साथ साथ प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ सबका विकास के पथ पर आगे बढ़ते जाने की प्रशंसा भी की गई।
संघ की अखिल भारतीय समन्वय तीन दिवसीय बैठक में यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी के अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी मौजूद रहे। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार की शाम मथुरा में पहुंचे ।
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हालांकि की तीन दिवसीय बैठक में 20 सत्र होने हैं। पहले दिन के तीन सत्र में हिस्सा लेने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए। जानकारी के मुताबिक उनका कार्यक्रम तीनों दिन के सत्रों में शामिल होने का था। हालांकि उनके जल्दी जाने का कारण केंद्र में मंत्रिमंडल में बदलाव को माना जा रहा है।
मथुरा के इस बैठक में भाग लेने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत 29 अगस्त को वृंदावन पहुंचे थे। इसके अलावा संघ परिवार के 35 आनुषंगिक संगठन पदाधिकारी भी केशवधाम पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि यह बैठक 2019 की रणनीति को तय करने के लिए हो रहा है। संघ परिवार 2019 के चुनावों के मद्देनजर संगठन, सुरक्षा और आर्थिक पहलुओं पर यहां मंथन करेगा। इसके अलावा बैठक में एक वर्ष में किए गए संगठनों के कार्यों पर चर्चा होनी है। साथ ही साथ कार्य करते वक्त उन्हें किन-किन परिस्थितियों का समाना करना पड़ता है।
ऐसे में केरल में हुए संघ कार्यकर्ताओं पर हमले और हत्या की घटनाओं की चर्चा निश्चित तौर पर होगी। इसके अलावा बैठक में सेवा भारती, बनवासी सेवा आश्रम, विहिप, एबीवीपी, किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ जैसे संगठन हिस्सा लेंगे।