उत्तरप्रदेश में भूमाफियों के हौसले बुलंद हैं। माफियों ने यहां पर लखनऊ विकास प्राधिकरण की 524 बीघा जमीन को अवैध तरीके से बेच दिया। यानी कि भूमाफियों ने लखनऊ में चल रही एलडीए की पूरी राधाग्राम योजना को ही बेच दिया। एलडीए में इसे सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा है।
घोटाला सामने आते ही लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस पूरी प्लॉटिंग को निरस्त करने का आदेश दिया है। मामले की छानबीन जारी है। खबर है कि एलडीए के कुछ अधिकारी भी इस घोटाले में शामिल हैं।
लंबे वक्त से राधाग्राम योजना में कुछ काम नहीं हो सका, यही कारण रहा कि प्रॉपर्टी डीलरों ने पिछले दस साल में अवैध प्लॉटिंग कर जमीन ही बेच डाली।
शुरूवाती जांच में खुलासा हुआ है कि, लंबे वक्त से ये सभी काम एलडीए के अधिकारियों के सामने चल रहा था। एलडीए के अधिकारियों के साथ मिलकर ही डीलर्स ने जमीन के प्लॉट बनाकर प्राइवेट लोगों में बेचना शुरू कर दिया। उस समय लखनऊ विकास प्राधिकरण मौन था लेकिन जैसे ही जांच शुरू हुई तो पूरा भांडा फूट गया।
आपको बता दें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण ने 1984 में राधाग्राम योजना की शुरुआत की थी, जिसमें 524 बीघा जमीन थी। जमीन लेने के बाद एलडीए जब योजना बनाने में व्यस्त था, तब फर्जी तरीके से प्रॉपर्टी डीलर्स ने इस जमीन पर नजर टिका ली।