Batla House Encounter: बाटला हाउस एनकाउंटर पर आला हजरत बरेली शरीफ के मौलाना तौकीर रजा खान ने विवादित बयान दिया है। जिस पर विवाद बढ़ना तय है। मौलाना ने बटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए कहा कि मुठभेड़ में आतंकवादी नहीं मारे गए और इंस्पेक्टर महेश चंद्र शर्मा को पुलिसकर्मियों ने मार गिराया। तौकीर ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उनसे वादा किया था कि 2009 में सरकार बनते ही सबसे पहले मुठभेड़ की जांच कराई जाएगी, लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया। मौलाना तौकीर रजा ने मांग की है कि मुठभेड़ में मारे गए युवाओं को शहीद का दर्जा दिया जाए। तौरीक ने कहा कि कांग्रेस को पुलिस के मनोबल की चिंता है न कि मुसलमानों के मनोबल की।
Batla House Encounter: मौलाना तौकीर हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलकर सुर्खियों में आए
बता दें कि मंगलवार को बरेली में ‘आला हजरत शरीफ’ के तौकीर रजा खान ने यूपी चुनाव में कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन देने का ऐलान किया था। मौलाना तौकीर हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलकर सुर्खियों में आए थे। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए ऐलान किया था कि मौलाना तौकीर रजा खान ने यूपी चुनाव में पार्टी का साथ दिया था। सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी के साथ तौकीर रजा और अन्य मुस्लिम नेताओं की एक तस्वीर भी वायरल हुई थी।
2008 में हुआ था Batla House Encounter
गौरतलब है कि 13 सितंबर 2008 को दिल्ली के करोल बाग, कनाट प्लेस, इंडिया गेट व ग्रेटर कैलाश में सीरियल बम धमाके हुए थे। इन बम धमाकों में 26 लोग मारे गए थे, जबकि 133 घायल हो गए थे। मामले की जांच कर रहे पुलिस को पता चला कि विस्फोटों को अंजाम देने वाले आतंकी बटला हाउस के एक फ्लैट में छिपे हुए हैं।
जिसके बाद 19 सितंबर 2008 को पुलिस ने बटला हाउस के फ्लैट को चारों ओर से घेर लिया, आतंकियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की गोली लगने से मौत हो गई थी। जवाबी कार्रवाई के दौरान इंडियन मुजाहिदीन के दो आतंकी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे।
ये भी पढ़े: