राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है। बीटेक के प्रथम वर्ष में पढ़ रही छात्रा का दिन दहाड़े अपहरण कर लिया गया।
अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ताओं ने छात्रा के परिवार वालों से 10 लाख रूपये फिरौती की मांग की। साथ ही अपहरणकर्ताओं ने छात्रा के पिता को धमकी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने इस बात की सूचना पुलिस को दी तो वह छात्रा को जान से मार देंगे। अपहरणकर्ताओं ने मांगी गई फिरौती को छात्रा के बैंक खाते में डालने को कहा। बेटी की जान पर बात आते ही डरे पिता ने वैसा ही किया जैसा उन्हें अपहरणकर्ताओं ने करने को कहा। फिरौती की रकम मिलने के बाद अपहरणकर्ताओं ने छात्रा के बैंक खाते से कई बार पैसे भी निकाले। 10 लाख रूपये फिरौती मिलने के बाद छात्रा ने अपने पिता को फोन करके सूचना दी कि अपहरणकर्ताओं ने उसे छोड़ दिया है। जिसके बाद छात्रा के घरवालों ने राहत की सांस ली।
पुलिस को अपहरण और 10 लाख फिरौती मांगने की सूचना का पता चला तो पुलिस ने नोएडा में एक टीम गठित कर पूरे मामले की जांच की। अपहरणकर्ताओं द्वारा एटीएम से पैसे निकालने की जानकारी बैंक अधिकारियों ने पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने तीन युवकों को धर दबोचा। अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने के बाद जो सच सामने आया उसने सबको हैरान कर दिया। अपहरण करने वाले तीनों युवक छात्रा के ही दोस्त थे और इस सारी वारदात के पीछे छात्रा का ही हाथ था। दरअसल छात्रा ने अपनी एक दोस्त को पैसे दिए थे जिसे उसकी दोस्त वापस नहीं लौंटा रही थी। छात्रा के पिता लगातार पैसों की मांग कर रहे थे। जिसके बाद छात्रा ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस काम को अंजाम दिया। छात्रा का मकसद यह था कि वह अपना अपहरण करवा कर मांगी गई फिरौती को ही वापस पिता को लौटा देगी। पुलिस युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ में लगी है।
इस पूरी घटना सभी को यह सोचने में मजबूर करती है कि हमारी आज की पीढी अपनी गलतियां छुपाने के लिए किस हद तक जा सकती है।