यूपी में छठें चरण के दिन वाराणसी ज्यादातर मीडिया न्यूज चैनलों पर छाया रहा। जबकी वाराणसी के सातवें चरण के लिए आठ मार्च को मतदान होने वाले हैं। काशी के चुनावी रण में अब खुद बनारस के सांसद और राष्ट्र के पीएम नरेन्द्र मोदी मोर्चा संभालते हुए जोरो-शोरो से जुट गए हैं। बीजेपी का गढ़ माने जाने वाला बनारस, 2012 के विधानसभा चुनाव में यहां से आठ में से पांच सीटों पर खुद को काबिज किया था। लेकिन इसबार यहां की बनारस उत्तरी, बनारस दक्षिणी और बनारस कैंट सीटों की शाख दाव पर है। नए उम्मीदवारों को लेकर विरोध शुरु हो चुका है, जो कि बीजेपी के प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ सातवें चरण के आखिरी प्रचार-प्रसार को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां शक्ति प्रदर्शन में जुट गई हैं। लेकिन काशीवासियों के लिए गंगा की सफाई, रोड़ अतिक्रमण, बनारसी साड़ी उद्दोग का पुनरुध्दार एवं शहर का विकास मुख्य मुद्दा है जिसे लेकर वह इसबार मतदान होगा।

एपीएन के स्टूडियो में इन्हीं खास मुद्दे पर चर्चा की गई, खास शो मुद्दे का संचालन एंकर अक्षय ने किया। शो के दौरान बेहद अनुभवी विशेषज्ञों को चर्चा में शामिल किया गया। जिनमें ओकार नाथ सिंह (प्रदेश महासचिव कांग्रेस), जगदेव सिंह (प्रवक्ता ,सपा), हरीश रावत (प्रवक्ता, बीजेपी) और गोविंद पंत राजू (सलाहकार सम्पादक, एपीएन) बतौर मेहमान शामिल रहें।

ओकार नाथ सिंह ने मतदाता प्रतिशत गिरने का कारण बताया कि शायद चुनाव आयोग ठीक तरिके से तैयारी नहीं कर पाई है या दूसरा कारण हो सकता है कि नेता अपनी ओर जनता को जागुप्त करने में असमर्थ रहें हो। उन्होने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि ढ़ाई साल में आज उन्हे काशी के कोतवाल(बाबा कालभैरव) की याद क्यों आई? पीएम ने आयोग के अनुमती को ताक पर रखकर बिना परमिशन के बनारस में रोड़ शो किया जबकि केवल उन्हे मंदिर में दर्शन के लिए परमिशन ली थी। पीएम को अपने पद की गरिमा का खयाल रखना चाहिए। कहीं न कहीं में पीएम अपने आप को वाराणसी में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं जिसके चलते आज वहां सारे दिग्गज नेता मौजूद है।

हरीश रावत ने अपना मत रखा कि अबतक जितने मतदान हुए और आज का जो आकलन लगाया जा रहा है उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि मतदान 60 फीसदी के ऊपर जाएंगा। लेकिन अबतक जो कमी रह गई है उसका कारण केवल रोजगार के चलते युवाओं का बाहर जाना है। दूसरी तरफ उन्होने कहा कि यह लोकतंत्र का उत्सव है और पीएम ने मंदिर में पूजा-अर्चना के अलावा रोड शो के लिए चुनाव आयोग की परमिशन जरुर ली होगी।

जगदेव सिंह ने यूपी चुनाव को लेकर कहा कि सभी जानते है कि पूर्वांचल राज्य पिछड़ा हुआ है लेकिन पूर्वांचल में जितना भी विकास कार्य हुआ वह राज्य सरकार के कार्यकाल में बने। पूर्वांचल में कोई ऐसा जिला नहीं है, जहां विकास कार्य नहीं किया गया। सड़के बनी, रोजगार, शिक्षा, बुनकर, अस्पताल और आईआईटी का निर्माण हुआ। इसी के साथ ही उन्होने बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में जितनी मिले बंद हो गई थी उसे इस सरकार ने पुन प्रारंभ किया।

गोविंद पंत राजू ने अपना मत रखा कि जिस प्रकार से यूपी का चुनाव हो रहा है इसे देखकर एक बात बताया जा सकता है कि आखिरी चरण तक कोई भी पार्टियां दावा नहीं कर सकती कि यूपी की सत्ता उनके हाथ लगेगी। जिसे लेकर सभी पार्टियों की नींदें उड़ी हुई है। उनके लिए बड़ी चुनौतियां यह है कि वह जनता के मन को परख सके। जनता इस बार अपने मुद्दे को लेकर गोपनीय मतदान करेगी।  साथ ही उन्होने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे स्कूल, अस्पताल खोलने से क्या फायदा जब जनता उसका सदुपयोग न कर सके।

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