किसान आंदोलन की चर्चा दुनिया भर में हो रही है। भारत में पिछले 71 दिनों से चल रहा किसानों का आंदोलन दुनिया के कई हस्तियों का ध्यान अपनी तरफ खीच रहा है। अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना के ट्वीट करने के बाद आंदोलन को लेकर विदेशों भी चर्चा हो रही है।

अमेरिका ने कहा बातचीत से करें हल

किसान आंदोलन पर अब अमेरिका ने भी अपनी प्रतिक्रिया पेश की है। अमेरिका का कहना है कि, भारत में चल रहे किसी भी विवाद या फिर आंदोलन का हल बातचीत के जरिए ही निकलेगा। दोनों पक्षों को आपस में वार्ता करनी चाहिए।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि, शांतिपूर्ण धरना लोकतंत्र का हिस्सा है। भारत की अदालत ने भी सही ठहराया है। अगर दोनों पक्षों के बीच मतभेद है तो वार्ता के जरिए उसे हल करने की कोशिश करें।

बेहतर फैसले का अमेरिका स्वागत करता है

प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि कृषि क्षेत्र को बेहतर करने के किसी भी फैसले का अमेरिका स्वागत करता है, प्राइवेट सेक्टर को इस ओर लाने का भी स्वागत है। आपको बता दें कि जो बाइडेन प्रशासन की ओर से पहली बार भारत में जारी आंदोलन को लेकर सीधी प्रक्रिया दी गई है।

बॉर्डर पर इंटरनेट बंदी को लेकर अमेरिका ने कहा कि, हमें लगता है कि, किसी भी जानकारी को आम लोगों तक पहुंचाना, जिसका इंटरनेट भी एक हिस्सा है, वो एक अच्छे लोकतंत्र का हिस्सा है।

तीनों बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बंद

बता दें कि, कृषि कानून के खिलाफ किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की बढ़ती तादात के कारण सरकार ने गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। इंटरनेट बंदी को लेकर सरकार ने जनता की सुरक्षा का हवाला दिया है।

किसान आंदोलन पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया पेश करने से पहले साफ कर दिया था कि, आंदोलन भारत का अपना आंतरिक मामला है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को इस मसले पर राय नहीं पेश करनी चाहिए।

रिहाना के ट्वीट ने मचाया बवाल

गौरतलब है कि, रिहाना के ट्वीट के बाद इस मसले पर आम-खास सभी बात कर रहे हैं। भारत में बॉलीवुड और खेल जगत सभी बाहरी प्रतिक्रिया का विरोध जता रहे हैं। साथ ही बता दें कि, अमेरिका के इस बयान पर भारत का कोई बयान नहीं है।

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