राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा कई केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम की 87 वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को याद किया है।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सोमवार को सुबह यहां राष्ट्रपति भवन में डॉ कलाम की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन के कर्मचारी और अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होंने भी डॉ कलाम को पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें याद किया।

उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अपने  सन्देश में डॉ कलाम के योगदान को याद करते हुए उनकी सादगी, देशभक्ति, बच्चों के प्रति प्रेमभाव एवं कार्य के प्रति समर्पण भाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि डॉ कलाम ग्रामीण विकास और  वैज्ञानिक अनुसंधान के लाभ को आम आदमी तक पहुंचाना चाहते थे।  देश उनके जैसे स्वप्नदृष्टा को हमेशा याद रखेगा और युवा पीढ़ी हमेशा उनके जीवन से प्रेरणा लेती रहेगी।  उनके बताये गये रास्तों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि  होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया,” डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें नमन। वह जनता के राष्ट्रपति, शिक्षक, सच्चे भारत रत्न, मिसाइलमेन एवं देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी लाखों लोगों के प्रेरणास्त्रोत थे।”

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संदेश में कहा, “पूरा देश एक राष्ट्रपति के रूप में उनके अद्भुत योगदान को याद कर रहा है। वह स्वप्नदृष्टा वैज्ञानिक एवं जनता के राष्ट्रपति थे। देश की रक्षा मुस्तैदी को मजबूती देने में उनकी अहम भूमिका रही। मैं आज उनकी जयंती पर उन्हें सादर नमन करता हूं।”

केंद्रीय रेलवे एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, “हमारे पूर्व राष्ट्रपति एवं मिसाइलमेन को उनकी जयंती पर नमन। परमाणु उर्जा के क्षेत्र में हमारे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती देने में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा। उनके विचार सभी क्षेत्र के लोगों के लिए हमेशा प्रेरणास्पद रहेंगे।”

केंद्रीय राज्यमंत्री (खेल एवं युवा मामले) राज्यवर्धन राठौर ने ट्वीट किया,” एक वैज्ञानिक, एक स्वप्नदृष्टा , एक नेता.. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इससे भी कहीं बढ़कर थे। एक राष्ट्रपति के रूप में वह निस्वार्थ सेवा, मानवता और बुद्धिमता के प्रतीक थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, “जनता के राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन। हमें आपकी बहुत कमी महसूस होती है कलाम जी।”

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ” पूर्व राष्ट्रपति एवं प्रसिद्ध वैज्ञानिक भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। उनकी सीख और विनम्रता करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा है।”

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ट्वीट किया, “पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम देश के मिसाइल कार्यक्रम और अन्य जटिल शोध के क्षेत्र की प्रमुख हस्ती थे। उनकी जयंती पर हम शांति एवं सदभाव के उनके संदेश और जीवन के कार्यों का स्मरण कर उन्हें नमन करते हैं।”

क्रिकेटर सुरेश रैना ने अपने ट्वीट में लिखा, ” डॉ. अब्दुल कलाम जी की 78वीं जयंती पर उन्हें नमन। वह प्रेम, करुणा और मानवता के प्रतिमान थे। ”

‘ मिसाइलमेन ऑफ इंडिया ‘ के नाम से मशहूर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। वर्ष 2002 में डॉ. देश के 11वें राष्ट्रपति बने। सभी के साथ मित्रवत प्रवृत्ति के चलते वह ‘पीपुल्स प्रेसीडेंट (जनता के राष्ट्रपति)’ के रूप में प्रसिद्ध हुए।

डॉ. कलाम पद्म भूषण(1981), पद्म विभूषण (1990) और 1997 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से विभूषित किये गये। वर्ष 2010 में संयुक्त राष्ट्र ने उनकी जयंती को ‘ विश्व छात्र दिवस ‘ के रूप में घोषित किया। डॉ. कलाम का 27 जुलाई 2015 को उस समय निधन हो गया , जब वह शिलांग में आईआईएम में व्याख्यान दे रहे थे।

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