कुंभ मेले को चकाचौंध बनाने के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें पूरी तरह से लग गई हैं। केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार इस बार चाहती हैं कि इस बार का कुंभ मेला इंडिया के सपने को साकार करने का संदेश दे। सीएम योगी ने कहा है कि कुंभ मेला देश और दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन है। सीएम ने कहा कि इस बार कुंभ मेले से स्वच्छता, समरसता और भारत की समृद्धि का भी संदेश पूरे देश और दुनिया में जाएगा। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ कुंभ के कार्यों पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार कुम्भ पर 12 हजार से 15 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही हैं। यहां होने वाले कार्यों का दिसंबर में प्रधानमंत्री लोकार्पण करेंगे।

बताया जा रहा है कि यहां करीब पंद्रह हजार करोड़ की लागत से 443 कार्यों को पूरा किया जाएगा। योगी ने दावा किया कि कुंभ से जुड़े सभी स्थायी निर्माण और विकास कार्य 30 नवम्बर तक हर हाल में पूरे होंगे। सीएम ने कहा कि प्राचीन वेणी माधव मंदिर, भारद्वाज आश्रम, अक्षयवट, सरस्वती कूप में लोगों के पूजा अर्चना की व्यवस्था हो रही है। योगी ने कहा कि प्रयागराज की परंपरा से जुड़ा एक म्यूजियम भी बनेगा। बता दें दें कि कुम्भ कार्यों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री दो दिन तक इलाहाबाद में ही थे। रविवार को कार्यों के निरीक्षण के बाद पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कुम्भ के काम पर संतोष जाहिर किया।

सीएम ने कहा कि पहली बार कुंभ और स्वच्छता का लोगो बना है और कुंभ की वेबसाइट भी बनाई गई है। सीएम योगी ने मीडिया और समाज के लोगों से अपील भी की कि वे इस आयोजन से जुड़ कर इसे सफल बनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारद्वाज मुनि आश्रम में उनकी प्रतिमा, त्रिवेणी पुष्प के सुंदरीकरण का काम भी किया जाएगा। कुम्भ की ब्रांडिंग के लिए पांच जिलों में अलग-अलग वैचारिक कुम्भ होगा।

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