उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खाली किए गए बंगले में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद अब राज्य संपत्ति विभाग सभी मुख्यमंत्रियों के बंगले की जांच करवाएगा। संपत्ति विभाग ने इन सभी बंगलों के सामानों की सूची बनानी शुरु कर दी है।

दरअसल, राज्य संपत्ति विभाग ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के 4 विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी बंगले में जमकर तोड़फोड़ के बाद अन्य बंगलों की भी जांच करवाने के निर्देश जारी किए हैं। इनमें मुलायम सिंह, राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह और मायावती के बंगले शामिल हैं। इन सभी ने अपने आवास की चाभियां राज्य संपत्ति विभाग को सौंप दी है। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने अभी तक अपना आवास खाली नहीं किया है।

राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी योगेश शुक्ला ने बताया कि सभी खाली किए गए बंगलों रिकॉर्ड से मिलान करवाया जाएगा। सभी निर्माण व सामान आदि का ब्यौरा विभाग के पास मौजूद है। यदि यह तथ्य प्रकाश में आया कि तोड़फोड़ जानबूझकर की गई है और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है तो नोटिस और रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 5 जून को अखिलेश यादव ने अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया था। इस बंगले की सजावट में करोड़ों रुपया खर्च किया गया था। साथ ही, इसमें सुख-सुविधाओं का हर इंतजाम किया गया था। अब अखिलेश यादव पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने बंगला खाली करते समय इसे बुरी तरह से उजाड़ दिया गया है।

गौरतलब है शनिवार को राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी बंगले के अंदर की तस्वीर देखकर हैरान रह गए। इस भव्य और आलीशान बंगले में करीब पचीस कमरे, बड़ी रसोई, जिम के आलावा एक भव्य वेटिंग रूम बनाया गया था। अखिलेश यादव का दफ्तर भी था। वायरिंग, फॉल्स सीलिंग, एयरकंडीशन और बाथरूम तक कई जगह टाइल्स भी उखड़ी हुई है।

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