अप्रैल-मई में राज्यसभा की 58 सीटें खाली हो रही हैं और उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। 3 अप्रैल को जया बच्चन की राज्यसभा सदस्यता समाप्त होने वाली है। जिसके बाद राज्यसभा में नरेश अग्रवाल को उनकी जगह भेजने की अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन अब इन सभी अटकलों पर विराम लग गया है अब खबरें आ रही है कि समाजवादी पार्टी एक बार फिर जया बच्चन को राज्यसभा भेज सकती है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार जया बच्चन के टिकट काटे जाने की अफवाहों के उलट अखिलेश यादव उन्हें फिर से राज्यसभा भेज सकते हैं। दरअसल, कुछ दिन पहले तक मीडिया में ऐसी खबरें थी कि यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और पार्टी के कुछ नेता जया बच्चन के रवैये से खुश नहीं हैं और पार्टी उनका टिकट काट सकती है। अब उन सभी अटकलों पर लगता है औपचारिक ऐलान के बाद विराम लग जाएगा। इस खबर पर एसपी के पूर्व नेता और कभी बच्चन परिवार के करीबी रहे अमर सिंह ने कहा, ‘जया बच्चन समाजवादी पार्टी के लिए वफादार रही हैं। वह नरेश अग्रवाल से बेहतर उम्मीदवार साबित होंगी।

आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी की सांसद रहते उन्हें 2005 में उस वक्त सदस्यता छोड़नी पड़ी थी, जब उन पर लाभ के पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था। जया बच्चन पर 2005 में आरोप था कि सांसद होने के साथ ही जया उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद की अध्यक्ष भी थीं। लिहाजा उन्हें अपनी सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा था। 2012 में जया बच्चन को एक बार फिर पार्टी ने अपने टिकट पर राज्यसभा भेजा था।

वहीं समाजवादी पार्टी से टिकट काटे जाने की खबरों के बीच राजनीतिक गलियारों में जया बच्चन के टीएमसी में शामिल होने की खबरें भी आ रही थी।

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