भारतीयों का जलवा पूरे विश्व में छाया हुआ है। एक तरफ जहां भारत विकासशील से विकसित की ओर तेजी से बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ दूसरे देशों में रह रहे भारतीय मूल के निवासी भी देश का नाम रौशन कर रहे हैं। यही वजह है कि आज पूरे विश्व में भारत ने अपनी एक अलग ही भूमिका बना ली है। ऐसे में एक और खुशखबरी आई है जो भारतीयों को गौरवान्वित करती है। महारानी एलिजाबेथ द्वारा नववर्ष पर सम्मानित किए जाने वालों की सूची में 33 भारतीय मूल के लोग शामिल हैं। इन लोगों को ब्रिटेन को दी गई उनकी सेवाओं को मान्यता देते हुए सम्मानित करने का फैसला किया गया है।

यूनिर्विसटी ऑफ यॉर्क में प्रोफेसर और इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप की अध्यक्ष प्रोफेसर प्रतिभा लक्ष्मण गई को रसायन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिये ‘डेमहुड’ से सम्मानित करने का फैसला किया गया है। उन्हें एक ऐसा माइक्रोस्कोप तैयार करने का श्रेय है जिसमें परमाण्विक स्तर पर रासायनिक प्रतिक्रियाओं को देखने की क्षमता है। सूची में शामिल अन्य भारतीय मूल के लोगों में नौ लोगों को ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एंपायर (ओबीई), 16 लोगों को मेंबर्स ऑफ द ब्रिटिश एंपायर (एमबीई) और सात को ब्रिटिश एंपायर मेडल से सम्मानित करने का फैसला किया गया है।

इस तरह के कार्य भारतीय मूल के लोगों द्वारा किए जाने पर और पूरी दुनिया भर में एक सकारात्मक संकेत दिए जाने से देश को एक मजबूती मिलती है। इससे पूरी दुनिया में एक सकारात्मक दृष्टिकोण मिलता है और अन्य देश भी भारत के लिए उदारवादी रवैया अपनाते हैं। बता दें कि ओबीई से सम्मानित किए जाने वाले लोगों की सूची में जरनैल सिंह अठवाल, चरनजीत सिंह बौंट्रा, रंजीत लाल धीर और रिलेश कुमार जडेजा शामिल हैं।

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