प्रयागराज में 2 जुलाई को एक ही परिवार के चार सदस्यों को बड़ी ही बहरेमी से मारकर कर मौत के घाट उतारने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले छेमार गैंग के पांच सदस्यों सारिक, शहरुख, डाबर, वारिश और फरमान को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि गैंग का सरगना बदायूं निवासी 50 हजार का इनामी मोबिन को पहले ही 14 जुलाई को बंदायू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने हत्यारोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त एक चापड़, एक कुल्हाड़ी, दो चाकू, चोरी का मोबाइल और लूट के 8900 रुपए बरामद किए हैं।

पुलिस ने एक बयान में बताया कि 2-3 जुलाई की रात थाना क्षेत्र होलागढ़ के ग्राम शुक्ल बरई हरखपुर गांव में विमलेश पांडेय उर्फ लल्लन पांडेय और उनके परिजनों सहित चार लोगों की हत्या कर दी गई थी. घर में लूटपाट की गई थी. लल्लन पांडेय की पत्नी रचना पांडेय को बुरी तरह मारा-पीटा गया था. मरने वालों में विमलेश पांडेय (48), उनका बेटा प्रिंस (18) बेटियां श्रेया (22) और सृष्टि (18) शामिल थे.

बता दें कि पुलिस मृतक विमलेश पांडेय के पड़ोसी होमगार्ड सुरेन्द्र यादव को भी गिरफ्तार कर जेल भेज रही है। सुरेन्द्र यादव पर मृतक विमलेश पांडेय के मोबाइल से छेड़छाड़ कर साक्ष्य मिटाने का आरोप है, इसके साथ उस पर लगातार पुलिस को गलत सूचनाएं देकर गुमराह करने का भी आरोप है। एसएसपी अभिषेक दीक्षित के मुताबिक घटना के खुलासे के लिए चार पुलिस की टीमें लगायी गई थी. इन पुलिस की टीमों ने ऑपरेशन बंजारा चलाया था. जिसके चलते इस पुलिस रोपियों तक पहुंच सकी है। पुलिस की जांच में ये पता चला है कि लूटपाट की घटनाओं में निर्ममता से छह हत्या करने वाला ही गैंग का सरगना बनता है। इसलिए इसे छेमार गैंग भी कहा जाता है।

मृतक परिवार गरीब था। परिवार के मुखिया विमलेश पांडेय वैद्य थे, जड़ी-बूटी बेचते थे। उसी से परिवार का पालन-पोषण करते थे। पत्नी रचना के अलावा एक बेटा और तीन बेटियां थीं, बड़ी बेटी सोनम की शादी हो चुकी है, बेट इंटर में पढ़ता था, जबकि छोटी बेटी नवाबगंज स्थित केएल पब्लिक स्कूल में पढ़ाती थीं। घटना वाले दिन पड़ोस के छोटेलाल शुक्ल उन्हें बुलाने पहुंचे, कई बार आवाज लगाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला जिसके बाद हत्या का खुलासा हुआ।

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