लखनऊ में एक मां और बेटी ने मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह की कोशिश की थी जिसमें पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि ये आत्मदाह एक आपराधिक साजिश थी। आत्मदाह की कोशिश के मामले में पुलिस ने 4 लोगों पर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोप लगाया है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और कांग्रेस नेताओं ने मां-बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाया। एफआईआर में एआईएमआईएम के अमेठी अध्यक्ष कदीर खान, कांग्रेस नेता अनूप पटेल और स्थानीय निवासी आसमा और सुल्तान के नाम हैं।
#Lucknow मां और बेटी ने मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह की कोशिश की थी, पुलिस ने इस आत्मदाह की कोशिश को साजिश बताया। आरोप लगाया है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी #AIMIM और कांग्रेस नेताओं ने मां-बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाया. चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज।@myogiadityanath pic.twitter.com/8Cx8aOR8EB
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) July 18, 2020
दोनों पीडितों को सिविल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है, महिलाओं का आरोप है कि वे एक महीने से पुलिस अधिकारियों के पास चक्कर लगा रही थीं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने 9 मई 2020 को अमेठी के जामो में रहने वाले अर्जुन और 3 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। एफआईआर में दोनों पीड़िताओं ने जो बयान दर्ज करवाया है उसके अनुसार वो अपनी परेशानी लेकर जब मेरठ के एआईएमआईएम नेता कदीर खां के पास गईं तो उन्होंने कहा कि लखनऊ जाकर सीएम दफ्तर के बाहर आत्मदाह का प्रयास करें ताकि सरकार पर दबाव बने। वहीं इन दोनों ने बयान में ये भी कहा है कि जब लखनऊ आईं तो कांग्रेस नेता अनूप पटेल से मिलीं तो उन्होंने भी सरकार को दबाव में लाने के लिए इन दोनों को आत्मदाह का प्रयास करने को कहा था। एक पत्रकार का दावा है कि इस मामले की पूरी जानकारी अनूप पटेल ने उसे दी थी, जिसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचा। इस घटना में मां 80% जल गई जबकि उसकी बेटी 40% जल गई, लखनऊ पुलिस के मुताबिक एक महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे बताया कि इन चारों ने दोनों मां बेटी को आत्मदाह के लिए उकसाया था, पुलिस ने आसमां और कदीर खान को अरेस्ट कर लिया है वहीं बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लोकभवन पर घटना के समय तैनात चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है, इनके खिलाफ महिला द्वारा खुद को आग लगाने में रोकने में नाकाम रहने पर कार्रवाई की गई है।