ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया ‘गेमिंग जिहाद’ का मास्टरमाइंड शाहनवाज मकसूद खान, मुंबई से हुआ था अरेस्ट

Online Gaming: गाजियाबाद धर्मांतरण का ये मुख्य आरोपी शाहनवाज ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिग युवाओं को अपने झांसे में लेकर उनका धर्मांतरण कराता था।

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Online Gaming: ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिग युवाओं को अपने झांसे में लेकर धर्मांतरण कराने के मामले में मुख्य आरोपी शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो (23) को मुंब्रा पुलिस (मुंबई) ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया है। बता दें, उसके खिलाफ गाजियाबाद के कविनगर थाने में एक नाबालिग के पिता ने 30 मई को केस दर्ज कराया था।

गाजियाबाद धर्मांतरण का ये मुख्य आरोपी शाहनवाज ऑनलाइन गेमिंग के जरिये बच्चों को बहकाकर धर्म परिवर्तन कराने के मामले में फरार चल रहा था। काफी मशक्कत के बाद भी जब पुलिस को शाहनवाज का कोई सुराग नहीं मिल रहा था तो उसके भाई शाजेब और मां को हिरासत में लिया गया। हालांकि पुलिस को उसकी मां से कुछ खास जानकारी नहीं मिल पाई लेकिन उसके भाई से पता चला कि वो अलीबाग में नाम बदलकर रह रहा है, इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो वो जा चुका था। फिर उसके भाई ने उसके दोस्त का पता बताया। आखिरकार पुलिस अलीबाग में दोस्त के घर पहुंची तो शाहनवाज मिल गया।

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Online Gaming: ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया शाहनवाज

मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी की उम्र 23 साल है। पुलिस ने उसके खिलाफ धर्मांतरण कानून समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। बता दें, जब ये मामला पुलिस के संज्ञान में आया था तभी से वह यूपी से फरार होकर महाराष्ट्र चला गया था। जहां रायगढ़ के अलीबाग में वह एक लॉज में छिपकर रह रहा था।

वहीं सोमवार 12 (जून) को शाहनवाज को ठाणे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए उसे 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है। इस दौरान यहां यूपी पुलिस भी कोर्टरूम में मैजूद रही। कोर्ट ने यूपी पुलिस से कहा कि खाने से लेकर सब कुछ अब आपको ही देखना होगा। वहीं, यूपी पुलिस ने कोर्ट से कहा कि हम शाहनवाज को कार से लेकर जाएंगे।

Online Gaming: गेमिंग ऐप की आड़ में ऐसे चल रहा था धर्मांतरण

गाजियाबाद के कविनगर निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर 30 मई को कविनगर थाने में मामला दर्ज हुआ था। छानबीन के बाद पुलिस ने गाजियाबाद से अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया। अंसारी से पूछताछ के बीच शाहनवाज का नाम पुलिस के सामने आया था। मुंब्रा पुलिस को दिए बयान में शाहनवाज ने कबूल किया है कि वह पीड़ित के साथ 2021 की शुरुआत में संपर्क में आया था और दिसंबर 2021 में उसने धर्मांतरण को लेकर लंबी बातचीत शुरू की थी। आरोप है, शाहनवाज और उसका साथी अंसारी फर्जी आईडी बनाकर FORNITE ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए बच्चों के संपर्क में आता था और उन्हें अपने जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण करवाया करते थे।

बताया जाता है कि शाहनवाज बच्चों को गेम में जीतने नहीं देता था, वह चीटिंग करके उन्हें हरा देता और हारने के बाद उनको कुरान पढ़ने के लिए कहता। वह उन्हें दावा करता था कि सब चीजें अल्लाह कराता है। उसका कहना था कि जो भी कुरान पढ़ेगा, वह जीतेगा। दरअसल, ये और कुछ नहीं बल्कि शाहनवाज का अपने आप में युवाओं का ब्रेन वाश करने का तरीका था।

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