दुनिया में 250 से ज्यादा लोगों की जान लेने वाले गेम ‘ब्लू व्हेल’ के पीछे की मास्टरमाइंड अब पुलिस के शिकंजे में है। रशियन पुलिस ने इसे बनाने वाली 17 साल की लड़की को गिरफ्तार कर लिया है। रूसी पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का फुटेज जारी किया गया है। अदालत में हुई पेशी के बाद उसे तीन साल के लिए जेल भेजा गया है।

बता दें कि आरोपी लड़की मनोविज्ञान की छात्रा है और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। लड़की पर आरोप है कि जानलेवा ब्लू व्हेल चैलेंज गेम के पीछे उसका हाथ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लड़की शिकार को धमकी दिया करती थी कि अगर उसने ब्लू व्हेल टास्क पूरा नहीं किया तो वह उसे और उसके परिवार का खून कर देगी। ब्लू व्हेल चैलेंज उन्हीं लोगों को अपना शिकार बनाता है, जो तनाव जूझ रहे हैं और आत्महत्या करने के बारे में सोचते हैं। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को लड़की के कमरे से रशियन साइकॉलजी स्टूडेंट फिलिप ब्यूडेइकिन के फोटो और किताबें भी मिली।

वहीं भारत में भी इस गेम के चलते बहुत से बच्चों की जान जा चुकी है। कल भी  केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी देश के सभी स्कूलों को चिट्ठी लिखी हैं कि जान देने वाले खेल में बच्चों को फंसना दुखद है। उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को इस बारे में तकनीकी हल निकालने के लिए कहा है। उन्होंने चाइल्डलाइन 1098 नंबर पर भी इस गेम में फंसने पर या किसी के फंसे होने की जानकारी देने को कहा है।

गौरतलब है कि ‘ब्लू व्हेल गेम’ रूस के फिलिप बुडेकिन नाम के शख्स ने 2013 में बनाया था। ये एक ऐसा चैलेंज है, जिसमें आपको ग्रुप के एडमिन के द्वारा दिए गए कई टास्क को पूरा करना होता है 50 दिनों के अंदर। हर टास्क पूरा होने पर प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है। आखिरी में जो इमेज उभरती है, वो व्हेल मछली की तरह होती है।

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