एक बार फिर फ्रांस की राजधानी पेरिस उग्रवादियों के आतंक का शिकार बना, हुआ यूं कि गुरुवार को 12 बजे बाद दक्षिणी फ्रांस स्थित एक कस्बे के मिलिट्री स्कूल में कुछ बन्दूकधारीयों ने मशीनगनों से लैस होकर स्कूल में प्रवेश किया। प्रवेश के साथ ही उन्होंने स्कूल के अंदर विद्दार्थियों पर अंधाधुन गोलियां चलानी शुरु कर दी, जिसके चपेट में आने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल ने घटनास्थल पर ही दम तोड दिया, वहीं कई लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। विद्दार्थियों ने भागकर पास के सुपरमार्केट में शरण लेकर अपनी जान बचाई। हालांकि इस आत्मघाती हमले में कितने लोग मारे गए अथवा कितने लोग घायल हुए इस बारे में कोई भी आंकड़ा सरकार ने अभी तक पेश नहीं किया हैं। लेकिन सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए संदिग्ध आतंकी नहीं लगते। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार “दोनों उग्रवादी भागने के फिराक में थे, लेकिन फ्रांस पुलिस टीम ने उनमें से एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा वहां से भागने में कामयाब रहा।”
वही दूसरी ओर पेरिस स्थित अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के दफ्तर में लेटर बम से धमाका हुआ है। खबर के मुताबिक विस्फोटक वाला यह लिफाफा आईएमएफ के एक कर्मचारी ने जैसे खोला, उस लिफाफे के खुलने के साथ एक धमाका हुआ। जिस धमाके में वह कर्मचारी बुरी तरह से झुलस गया। इस घटनाक्रम के बाद फ्रांस सरकार ने स्कूलों, कॉलेजों के बंद कर देने के आदेश के साथ पूरे फ्रांस में हाई अलर्ट की घोषणा कर दी है।
बता दें कि इससे पहले भी फ्रांस नागरिक इस आतंक के दर्द को सहसूस कर चुके है। 13 नवंबर 2015 को पेरिस स्थित सेंट डेनिस इलाके में हुए सीरियल ब्लास्ट जैसे बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम दिया जा चुका था। वहीं 2016 में नीस शहर में एक आतंकी ने भरे बाजार में एक ट्रक द्वारा लोगों को कुचल कुचलकर मार डाला था।