अफगानिस्तान की राजधानी काबुल बुधवार की सुबह एक बार फिर दहल उठी। जहां 5 आत्मघाती उग्रवादियों ने एक सैन्य अस्पताल में घुसकर हमला कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस विशेष बल के टीम ने मोर्चा संभालते हुए अस्पताल में घुसे सभी आंतकियों को मार गिराया। इस मुठभेड़ के दौरन 30 लोगों की मौत और  60 से अधिक नागरिक गंभीर रुप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए दूसरे अस्पताल में ले जाया गया।

घटना की जानकारी देते हुए अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सेदीकी सिद्दीक ने कहा कि “अफगान सेना के मुख्य अस्पताल सरदार दाउद खान पर 5 आतंकवादियों ने अचानक हमला कर दिया। जिसमें से एक आतंकी ने खुद को मुख्य द्वार पर बम से उड़ा लिया। जिससे बाकी के चार आतंकी अंदर आसानी से जा सके। उन्होंने बताया कि सभी आतंकी डॉक्टर के कपड़ो में भारी मशीनगनों से लैस होकर अन्दर घुसे और अंधाधुंध फायरिंग शुरु कर दी। इस घटना की जिम्मेदारी इस्लामिक संगठन (IS) ने ली है।

दूसरी ओर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता दौलत वजीर ने बताया है कि इन आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान हमारा एक जवान शहीद हो गया, लेकिन जवानों ने अस्पताल पर नियंत्रण कर लिया। वहीं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर अपने जनसंबोधन में इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “सभी अफगान वासियों पर हमला करार दिया।”

गौरतलब है कि आतंकवाद के खात्मे को लेकर जब से अफगान सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, तब से लगातार काबुल को आतंकी हमलों का शिकार होना पड़ा है। बता दें कि फरवरी माह में अफगान के सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक आत्मघाती बम धमाके में 19 लोगों की मौत हुई थी।

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