हांगकांग को ब्रिटेन द्वारा चीन को सौंपे जाने के 20 साल होने के उपलक्ष्य में हांगकांग में इसकी 20 वीं वर्षगांठ मनाई गई। शनिवार को हुए एक समारोह में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि हांगकांग पहले कभी इतना स्वतंत्र नहीं था जितना आज है। साथ ही उन्होंने चेतावदी दी कि हांगकांग में चीन की संप्रभुता पर खतरा पैदा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उसे लक्ष्मण रेखा लांघने के समान समझा जाएगा। उन्होंने बीजिंग शासन के लिए ‘अनुचित चुनौतियां’ खड़ी किए जाने के खिलाफ आगाह भी किया।

बता दें कि कैरी लैम को चीन समर्थक समिति द्वारा हांगकांग का नया नेता चुना गया है। इस निर्णय का कई लोगों ने विरोध किया है। उनका मानना है कि चीन धीरे-धीरे हांगकांग पर अपनी पैठ और मजबूत कर रहा है। यह हांगकांग के लोगों की स्वतंत्रता में दखलअंदाजी करने के समान है। कई लोग इसे शहर में चीन की एक कठपुतली की तैनाती भी बता रहे हैं।

दरअसल सन् 1842 में हांगकांग युनाइटेड किंगडम का विशेष उपनिवेश बन गया। उसके बाद सन् 1997 में हांगकांग की संप्रभुता चीन को हस्तांतरित कर दी जिसके बाद हांगकांग के पास खुद की स्वायत्ता तो प्राप्त है किंतु विदेशी और रक्षा मामलों में इसकी पैरवी चीन करता है। इसके बाद कई लोग हांगकांग की पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करते आए हैं। चीनी राष्ट्रपति की यह प्रतिक्रया युवा कार्यकर्ताओं के आत्मनिर्णय या हांगकांग की पूर्ण स्वतंत्रता की मांग करने के बाद आई है। चीनी राष्ट्रपति के उपस्थिति में मुख्य कार्यकारी कैरी लैम ने चीन के राष्ट्रीय ध्वज के नीचे शपद लिया।

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