ऑस्ट्रेलिया में एक स्कूल ने एक सिख बच्चे को सिर्फ इस बात पर दाखिला देने से इंकार कर दिया क्योंकि वह पगड़ी (पटका) पहनता है। अब बच्चे के पिता इसको लेकर स्कूल पर मुकदमा करने जा रहे हैं।
दरअसल सिधक सिंह अरोड़ा नाम का एक सिख बच्चा मेलबर्न के मेल्टन क्रिश्चन कॉलेज में पढ़ाई शुरू करने वाला था। उसकी एडमिशन प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी थी। लेकिन बच्चे के सर की पगड़ी स्कूली ड्रेस नीति से मेल नहीं खा रहा था, क्योंकि वहां की स्कूली ड्रेस नीति छात्रों को सिर ढंकने की अनुमति नहीं देती है। इस आधार पर स्कूल प्रशासन ने बच्चे को एडमिशन नहीं दिया।
बच्चे के पिता ने इसके विरोध में विक्टोरियन सिविल एंड एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (वीसीएटी) में मामला दर्ज कराया है। बच्चे के परिवार ने दावा किया कि स्कूल ने धार्मिक आधार पर उनके बेटे के साथ भेदभाव किया है, जो देश के समान अधिकार से जुड़े अधिनियम ‘इक्वल अपॉर्चुनिटी एक्ट’ का उल्लंघन है।
बच्चे के पिता सागरदीप सिंह अरोड़ा ने कहा कि यह जानकर उन्हें हैरानी हुई कि स्कूल उनके बेटे के लिए छूट नहीं देगा। उन्होंने कहा, ‘मैं हैरान हूं कि ऑस्ट्रेलिया जैसे आधुनिक देश में अभी भी स्कूल में पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं दी जा रही है। मेरा मानना है कि छात्रों को अपने धर्म को मानने और धार्मिक प्रतीकों को धारण करने की अनुमति मिलनी चाहिए।’
हालांकि सिधक को किसी और स्कूल में दाखिला मिल गया है, लेकिन उनके माता-पिता को उम्मीद है कि मेल्टन क्रिश्चन कॉलेज अपनी नीति में बदलाव करेगी और उनके बेटे को वहां दाखिला मिल सकेगा। वहीं स्कूल के प्रधान अध्यापक डेविड ग्लीसन ने अपने नीतियों में कोई भी परिवर्तन करने से इंकार कर दिया है। उन्होंने बताया कि उनके स्कूल में कई सिख छात्र पढ़ते हैं, लेकिन वे पगड़ी नहीं पहनते।