जू यानी चिड़ियाघर एक ऐसी जगह होती है, जहां हर उम्र के लोग जाना पसंद करते हैं। खासकर जानवर प्रेमियों के लिए ये मनपसंद जगह होती हैं, जहां जाकर लोग जानवरों के साथ समय व्यतीत करना पसंद करते हैं, लेकिन बैंगकॉक के थाई जू से जानवरों को परेशान करने का मामला सामने आ रहा है। बता दे बैंगकॉक के थाई जू को पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टिनेशन माना जाता है, लेकिन वहां जानवरों पर इतना जुल्म किया जाता हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। इस थाई जू में जानवरों के साथ सेल्फी लेने के लिए उन्हें जबरन मजबूर किया जाता हैं। जानवरों के साथ बर्बरता का ऐसा ही एक विडियो वायरल हो रहा है, जिसमें टाइगर अटैंडर शेर की डंडे की पिटाई कर रहा है, ताकि शेर दहाड़े और टूरिस्ट अपने मन मुताबिक फोटो खींच सकें।
सोमवार को किया गया पोस्ट
सोमवार को जू में शेरों के साथ की जा रही मारपीट का ऐसा ही विडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया, इस विडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे लोग शेर के साथ तस्वीर खिचानें के लिए पहले उन्हें डंडे से मारते हैं, फिर जब शेर दर्द से करहाता है तो लोग उसके साथ सेल्फी लेते हैं। इस विडियो से एक बात साफ साबित होती है, कि लोग अपने मजे के लिए जानवरों को परेशान करने से भी नहीं कतराते हैं। सोमवार को पोस्ट किए गए इस विडियो को अबतक 10 लाख से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं और ये विडियो बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जानवरों के साथ सेल्फी लेना बैन किया जाए
इस मामलें में जब वाइल्डलाइफ फ्रेंड्स फाउंडेशन के फाउंडर एडविन विक से बात की गई तो उनका कहना था, कि शेरों के साथ दिनभर मारपीट की जाती हैं, उन्हें रोज पूरे-पूरे दिन के लिए जंजीरों से बांधकर रखा जाता हैं। ऐसा इसलिए किया जाता हैं ताकि शेर परेशान होकर दहाड़े। साथ ही उन्होंने अपील भी की, कि ”जानवरों के साथ सेल्फी लेना पूरी तरह से बैन घोषित कर देना चाहिए, पिछले कई सालों से लोग इन्हें अपने मजे के लिए पीटने का काम कर रहे हैं।”
जू पर लगा रिश्वतखोरी का आरोप
इस मामले के प्रकाश में आने के बाद से जू अथॉरिटी का कहना है कि विडियो में दिखाए गए टाइगर अटैंडर को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। जानकारी के लिए बता दे कि बैंगकॉक के इस जू पर बंदरों और शेरों के साथ फोटो क्लिक कराने के लिए काफी पैसे लिए जाने का भी आरोप लगाया गया है।