उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मामले में अबैध शराब को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 215 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की है।

तो वहीं योगी सरकार ने जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया है। साथ ही सहारनपुर और कुशीनगर के दो क्षेत्राधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।

प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि जहरीली शराब से मौतों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी के अध्यक्ष एडीजी रेलवे संजय सिंघल होंगे। जबकि सहारनपुर के कमिश्नर चंद्र प्रकाश त्रिपाठी, आईजी सहारनपुर शरद सचान, गोरखपुर के कमिश्नर अमित गुप्ता और आईजी जय नारायण सिंह सदस्य होंगे।

एसआईटी को दस दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी होगी। उन्होंने बताया कि 6 से 10 फरवरी के बीच जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच यह एसआईटी करेगी। इस दौरान एसआईटी मृतकों के परिजनों के भी बयान दर्ज करेगी।

अरविंद कुमार ने बताया कि इस मामले में सहारनपुर में सीओ देवबंद सिद्घार्थ और कुशीनगर में तमकुही राज के क्षेत्राधिकारी रामकृष्ण तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।

इन अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वहन न करने, लापरवाही, उदासीनता और शिथिल पर्यवेक्षण का दोषी पाया गया है। निलंबन के दौरान यह दोनों ही अधिकारी लखनऊ में डीजीपी मुख्यालय से अटैच रहेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here