UP Election 2022: BJP को 2017 में Uttar Pradesh में शानदार जनादेश के साथ बहुमत मिला था। एक बार फिर से राज्य में सत्ता में आने के लिए बीजेपी की कोशिश है कि वह छोटे और क्षेत्रीय दलों को साथ में लेकर चले। लेकिन बीजेपी के गठबंधन के साथी ही ने पार्टी को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो इसका असर गठबंधन पर हो सकता है। यूपी में बीजेपी के साथी Nishad Party के प्रमुख Sanjay Nishad ने कहा है कि आरक्षण की मांग के लिए वह धरना प्रदर्शन करेंगे।
राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के प्रमुख संजय निषाद ने कहा, ”मेरे समुदाय के लोग तब तक वोट नहीं देंगे जब तक आरक्षण (Reservation) नहीं दिया जाता। तो अब यह भाजपा सरकार का कर्तव्य है कि वह अपना वादा पूरा करे। 9 नवंबर से हम हर जिले में धरना प्रदर्शन करेंगे। बीजेपी ने वादा पूरा नहीं किया तो गठबंधन पर असर होगा।”
आरक्षण के लिए PM मोदी को खून से लिखा था पत्र
निषाद पार्टी की मांग उनकी स्थापना से मछुवारों को एससी श्रेणी के तहत आरक्षण देने की है। अगस्त के महीने में निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखा था।
बता दें कि निषाद पार्टी का गठन निषाद, केवट, बिंद, मल्लाह, कश्यप, मांझी, गौड़ और अन्य समुदायों के सशक्तिकरण के लिए किया गया था। यूपी में निषाद वंश की सात जातियां- मंझवार, गौड़, तुरहा, खरोट, खरवार, बेलदार, कोली अनुसूचित जाति में शामिल हैं लेकिन अन्य उपजातियों को ओबीसी में रखा गया है|
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