Bihar के नेता प्रतिपक्ष और RJD नेता Tejashwi Yadav ने NITI Aayog की रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार पर निशाना साधा है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने पटना में कहा, ”16 साल बेमिसाल नहीं बदहाल 16 साल रहे हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट को मुख्यमंत्री ने देखा है या नहीं। इस साल भी नीति आयोग के कई सूचकांक में बिहार पीछे से पहले नंबर पर है। जो व्यक्ति रिपोर्ट कार्ड पढ़ेगा ही नहीं वो क्या काम करेगा।” बता दें कि नीति आयोग की मल्टीडाइमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स में यह जानकारी दी गई है कि बिहार की 50 फ़ीसदी से अधिक आबादी गरीब है।
वहीं नीति आयोग की नई रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए Bihar के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और BJP नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीति आयोग की जिस रिपोर्ट का हवाला दिया जाता है, वह एक तो 2015-16 के छह साल पुराने आंकड़ों पर आधारित है। नीति आयोग को आबादी, संसाधन और क्षेत्रफल जैसे आधार पर राज्यों का वर्गीकरण करना चाहिए। फिर प्रत्येक वर्ग की प्रगति का आकलन करते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए कि दस साल पहले वह राज्य दस मुख्य मानकों पर कहां खड़ा था।
‘नयी पद्धति विकसित होनी चाहिए’
Bihar के पूर्व उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों के आकलन की नयी पद्धति विकसित होनी चाहिए। दूसरे वह रिपोर्ट देश के पंजाब-गुजरात जैसे सम्पन्न राज्यों, गोवा-उत्तराखंड जैसे छोटे राज्यों और बिहार-उड़ीसा जैसे पिछड़े राज्यों की भिन्न आर्थिक-भौगोलिक परिस्थितियों का कोई आकलन नहीं करती। आयोग को राज्यों से परामर्श कर विकास की गति मापने वाले नये पैमाने बनाने चाहिए। नीति आयोग यदि इस आधार पर कोई रैंकिंग रिपोर्ट जारी करे कि सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था और प्रति व्यक्ति आय जैसे मानकों पर किसी राज्य ने 10 साल में कितनी प्रगति की है, तो इसमें बिहार सबसे आगे होगा।
यह भी पढ़ें: Sushil Modi ने कहा NITI Aayog की रैंकिंग का आधार बदले, ट्विटर यूजर्स ने कहा- बिहार का नाम केरल रख दो