फीफा कप जीतने के लिए टीमें एक दूसरे की जासूसी भी करा रही है । जी हां, आपको यहजानकर हैरानी होगी कि स्वीडन ने प्रतिद्वंदी टीम दक्षिण कोरिया की जासूसी कराई थी । दक्षिण कोरिया टीम की जासूसी की खबर कराने की खबर सामने आने के बाद स्वीडन ने अपने इस करतूत के लिए माफी मांगी है । स्वीडन ने सोमवार को अपने पहले मैच में वीडियो रेफरल से मिली पेनाल्टी से दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया था।
दरअसल, विश्व कप से पहले हर टीम एक दूसरे के खेल कौशल और टेक्नीक जानने के लिए उत्सुक रहती है । इसी कड़ी में स्वीडन ने दक्षिण कोरिया की जासूसी कराने लिए एक पेशेवर जासूस को लगाया था। दिलचस्प ये है कि जिसे जासूसी के लिए लगाया गया था, वो भी पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी रह चुका है। इस जासूस को दक्षिण करिया की खेल तकनीक और उसकी रणनीति का पता लगाने को कहा गया था ।
स्वीडन की टीम हर तरह से कोरिया से मजबूत मानी जा रही थी । लेकिन स्वीडन शायद कोई जोखिम मोलने को तैयार नहीं था। इसलिए उसने प्रतिद्वंदी टीम की जासूसी कराने का फैसला किया । इस महीने जब कोरिया की टीम ऑस्ट्रिया में ट्रेनिंग कर रही थी तब स्वीडन का एक जासूस टीम पर लगातार नजर रख रहा था ।इस जासूस ने ट्रेनिंग कैंप के पास एक मकान किराये पर लेकर आधुनिक टेलीस्कोप और वीडियो कैमरे से टीम पर लगातार नजर ऱखता था।
स्वीडन के इस जासूस ने पहले पर्यटक बनकर कोरियाई ट्रेनिंग बेस में घुसने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो सका । बाद में उसने ट्रेनिंग कैंप के पास एक स्थानीय परिवार को भरोसे में लेकर उसके घर का एक हिस्सा किराये पर ले लिया । वहां से वह आसानी से कोरियाई खिलाड़ियों पर नजर रखता था ।
मीडिया में इस खबर के आने के बाद स्वीडन के कोच जेन एंडरसन ने इसके लिए माफी मांगी है । उसने कहा यह जरुरी है कि हम अपने प्रतिद्वंदी टीम का सम्मान करें । जो भी हुआ अगर वो गलत था, तो हम इसके लिए माफी मांगते हैं ।