इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें सीजन का आगाज चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) की जीत के साथ हो चुका है। चेन्नई सुपरकिंग्स की जीत का सेहरा भले ही ड्वेन ब्रावो और केधर जाधव को माना जा रहा है लेकिन इस जीत के असली हकदार कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी है। धोनी ने एक इशारा कर मुंबई इंडियंस के मुंह से जीत छीन ली और अपने नाम कर ली।

केदार जाधव जब इंजरी के बावजूद भी बल्लेबाजी के लिए उतरे तो धोनी ड्रेसिंग रूम में खड़े काफी चिंतित नजर आ रहे थे। आखिरी ओवर था, सीएसका का आखिरी विकेट था और जीत के लिए सात रनों की जरूरत थी। मुंबई इंडियंस की ओर से मुस्तफिजुर रही गेंदबाजी कर रहे थे। पहली तीन गेंद पर जब कोई रन नहीं बना, तो धोनी के चेहरे पर टेंशन साफ झलकने लगी।

उन्होंने ड्रेसिंग रूम से कुछ इशारा किया। उस इशारे ने अचानक से पूरे मैच का नक्शा ही पलट डाला। 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर ड्वेन ब्रावो के आउट होने के बाद दबाव वापस सीएसके पर आ चुका था, लेकिन धोनी के एक इशारे ने सबकुछ बदल कर रख दिया।

दरअसल, जब पहली तीन गेंद पर कोई रन नहीं बना, तो धोनी की बेचैनी काफी बढ़ गई थी। उन्होंने ड्रेसिंग रूम से ही इशारा किया कि जाधव किस तरह शॉट खेलें। फिर क्या था अगली ही गेंद पर जाधव जमीन पर लोट गए, लेकिन लोटने से पहले गेंद को छक्के के लिए बाउंड्री लाइन के पार पहुंचा दिया।

इस तरह से धोनी के एक इशारे ने सीएसके को मुश्किल से उबार दिया। तीन गेंद पर सात रनों से स्कोर हो गया दो गेंद पर जीत के लिए एक रन। अगली ही गेंद पर जाधव ने चौका जड़ा और सीएसके ने मैच अपने नाम कर लिया।

कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने मैच के बाद महज स्माइल देकर खुशी जाहिर की। जहां एक ओर पूरी टीम खुशी से झूम उठी वहीं धोनी के चेहरे पर जीत का संतोष नजर आया। यही सब बातें धोनी को दुनिया के बाकी कप्तानों से बिल्कुल जुदा कर देती हैं। धोनी ने मैच के बाद ड्वेन ब्रावो को जीत का हीरो करार दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here