1 जून से आईसीसी का दूसरा सबसे बड़ा टूर्नामेंट चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज इंग्लैंड में होने वाला है। भारत का पहला मैच 4 जून को पाकिस्तान से होना है लेकिन अभी तक चैंपियंस ट्रॉफी में खेली जाने वाली भारतीय टीम का चयन तक नहीं हुआ है। इसका कारण बीसीसीआई और आईसीसी के बीच काफी दिनों से चलता आ रहा तनाव है। इस तनाव की वजह से बीसीसीआई ने आईसीसी को धमकी भी दे डाली थी कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई तो आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम इंग्लैंड नहीं जाएगी। इसी सिलसिले में बुधवार को दुबई में आईसीसी बोर्ड की बैठक हुई। इस बैठक में राजस्व और प्रशासन मॉडल का विरोध कर रहा बीसीसीआई बिल्कुल अलग-थलग पड़ गया।
गौरतलब है कि बीसीसीआई और आईसीसी के बीच बिग थ्री फॉर्मूले को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस मुद्दे को लेकर दोनों बोर्ड के अधिकारियों के बीच कई बार बहस और बातचीत हुई पर कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया। दरअसल, बिग थ्री’ फॉर्मूले के तहत भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को आइसीसी के राजस्व का बड़ा हिस्सा मिलता है। स्पोर्ट्सकीड़ा के मुताबिक बीसीसीआइ के अधिकारियों ने कहा है कि अगर आइसीसी ‘बिग थ्री’ पर वापस नहीं लौटती है तो उसके पास मेंबर्स पार्टिसिपेशन एग्रीमेंट (MPA) के तहत चैंपियंस ट्रॉफी से हटने का अधिकार है।
बुधवार को आइसीसी बोर्ड की बैठक में बीसीसीआइ को मिले झटके के बाद यहां उसके राज्य क्रिकेट संघों के अधिकारियों में बेचैनी का माहौल है और रात से में ही वे आपस में बात करने में जुट गए हैं। बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने दुबई गए कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष से वहां हुई बैठक की जानकारी भी मांगी है।
आईसीसी अध्यक्ष शशांक मनोहर बीसीसीआई से पहले ही कह रहे थे कि बीच का रास्ता मान जाओ नहीं तो परिणाम 1-9 जैसा हो सकता है। आपको बता दें कि 1-9 का मतलब है कि क्रिकेट के 10 शीर्ष बोर्डों में से 9 बोर्ड भारतीय बोर्ड के खिलाफ एक हो जाएगें और ऐसा ही हुआ।
सबसे बड़ी बात ये है कि इसको लेकर बीसीसीआई के पदाधिकारियों और सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के बीच भी विरोध है। आइसीसी बैठक में भी जहां सीओए यानी सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति दोनों के बीच का रास्ता निकालने के पक्ष में थी तो वहीं बीसीसीआई के पदाधिकारी सीधा पंगा लेने के मूड में थे। अब अगर बोर्ड के कुछ पदाधिकारी चैंपियंस ट्रॉफी से हटने की बात करते हैं तो सीओए सुप्रीम कोर्ट का सहारा ले सकता है। ऐसे में निश्चित तौर पर चैंपियंस ट्रॉफी से हटने का फैसला इतना आसान नहीं होगा।
गौरतलब है कि आईपीएल के खत्म होने के दस दिन बाद यानी 1 जून से चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने जा रही है और इसमें भारत का पहला मैच पाकिस्तान के साथ 4 जून को है। आपको बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से क्रिकेट सीरीज देखने को नहीं मिली है और क्रिकेट प्रेमियों को इस मैच का इंतजार था। भारत ने 2002 (संयुक्त विजेता) और 2013 में दो बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती है।