एडिलेड टेस्ट का तीसरा दिन टीम इंडिया के लिए एक ऐसा बुरा सपना साबित हुआ जिसे वह भूल जाना चाहेगी। एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम को 8 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इस डे नाइट टेस्ट में जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है।
दूसरे दिन के अंत तक मजबूत दिख रही टीम इंडिया डे-नाइट टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम 90 मिनट में सिमट गई। भारतीय टीम ने जब नौ विकेट पर 36 रन बनाए थे तब मोहम्मद शमी को चोटिल होने के कारण क्रीज छोड़नी पड़ी। ऑस्ट्रेलिया के सामने मैच जीतने के लिए 90 रन का टारगेट था।
आस्ट्रेलिया ने भारत को गुलाबी गेंद से डे-नाइट प्रारूप में खेले गए चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच के तीसरे दिन शनिवार को आठ विकेट से हरा दिया। मैच की चौथी पारी में आस्ट्रेलिया को जीत के लिए 90 रन बनाने थे जो उसने दो विकेट खोकर 21 ओवरों में बना लिए। इसी के साथ उसने सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।
भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाए थे। उसके गेंदबाजों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए आस्ट्रेलिया को पहली पारी में 191 रनों पर ढेर कर दिया था। भारतीय टीम दूसरी पारी में 53 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी लेकिन उसके बल्लेबाजों ने तीसरे दिन बेहद निराश किया और मेहमान टीम दूसरी पारी में महज 36 रन ही बना पाई।
मोहम्मद शमी रिटायर्ड हर्ट हो गए जिसके कारण भारतीय पारी नौ विकेट पर 36 पर ही समाप्त कर दी गई। यह टेस्ट में भारत का एक पारी में न्यूनतम स्कोर है। इसी के चलते आस्ट्रेलिया को 90 रनों का लक्ष्य ही मिला जो उसने आसानी से हासिल कर लिया।
मैथ्यू वेड (33) रन आउट हुए। मार्नस लाबुशैन (6) को रविचंद्रन अश्विन ने आउट किया। जोए बर्न्स 63 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाकर 51 रन बनाकर नाबाद रहे। स्टीव स्मिथ एक रन पर नाबाद लौटे।
भारत को दूसरी पारी में 36 रनों पर समेटने में जोश हेजलवुड और पैट कमिंस का अहम योगदान रहा। हेजलवुड ने पांच विकेट लिए और कमिंस ने चार।
यह इस सीरीज में कप्तान विराट कोहली का अंतिम टेस्ट था। अब वह अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट जाएंगे।
मैच हारने के बाद सोशल मीडिया पर कैप्टेन विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री की खूब खिंचाई हुई।
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम का शर्मनाक रिकॉर्ड
मजबूत बल्लेबाजी क्रम का तमगा लेकर ऑस्ट्रेलिया सरजमीं पर पहुंची भारतीय टेस्ट टीम ने वो रिकॉर्ड अपने नाम किया है जो दुनिया की कोई भी टीम नहीं करना चाहेगी। भारत ने टेस्ट क्रिकेट में अपना न्यूनतम स्कोर 36 रन बनाया। इससे पहले भारत का न्यूनतम स्कोर 42 रन था जो उसने इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में लॉर्ड्स में बनाया था।
यह टेस्ट क्रिकेट में पांचवां न्यूनतम स्कोर है। न्यूनतम स्कोर का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम पर है, जिसने 1955 में इंग्लैंड के खिलाफ आकलैंड में 26 रन बनाये थे। भारत का टेस्ट में अब तीसरा सबसे कम स्कोर भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दर्ज है, जो उसने 28 नवंबर 1947 को ब्रिस्बेन में बनाया था। भारत ने उस मैच की पहली पारी में 58 रन बनाए थे। भारत ने 17 जुलाई 1952 को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में भी 58 रन ही बना पाए थे।
इसके बाद भारत ने 1996 में 26 दिसंबर को डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 66 रन बनाए थे। यह अब भारत का टेस्ट में सबसे कम स्कोर की सूची में चौथे नंबर है। भारत का टेस्ट में पांचवां सबसे कम स्कोर 67 है और यह भी उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था। भारत ने छह फरवरी 1948 में मेलबर्न में यह स्कोर बनाया था।