Easter Day 2022: आज पूरी दुनिया में ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा ईस्टर मनाया जा रहा है। ईसाई समुदाय के लोगों में ईस्टर पर्व का बहुत महत्व है। क्रिसमस के बाद ईस्टर सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। ईसा मसीह के पुनरुत्थान के तीसरे दिन ईस्टर मनाया जाता है। इस दिन के महत्व को बाइबल में समझाया गया है। इसमें लिखा गया है कि, पवित्र शुक्रवार के दिन प्रभु यीशु मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया था।
क्रूस पर प्राण त्यागने के बाद वे तीसरे दिन फिर से जी उठे। उनका प्राण त्यागने के बाद अपने शिष्यों और अन्य लोगों को दर्शन देना एक चमत्कार था। तभी से ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा ईस्टर मनाया जाने लगा। ईस्टर मनाने के लिए चेन्नई के सेंटम, बेसेंट नगर वेलंकन्नी चर्च, लूस चर्च सहित चेन्नई के अन्य चर्चों में सुबह से ही उनके वापसी के लिए पूजा सेवाएं आयोजित की गई हैं। ईस्टर को लेकर चर्च को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
Easter Day 2022: दो सालों बाद मनाया जा रहा है ईस्टर पर्व
बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण दो सालों से ईस्टर के दौरान सामूहिक प्रार्थना को लेकर पाबंदी लगाई गई थी। लेकिन इस बार लोगों में ईस्टर को लेकर काफी ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा है। इस बारे में जब लोगों से बात कही गई तो उन्होंने कहा कि, “कोरोना संक्रमण के थोड़ा कम होने के 2 साल बाद हम फिर से एक परिवार की तरह चेन्नई के बेसेंट नगर चर्च में पूजा करने आए, जिससे हमें बहुत खुशी मिल रही है।
वहीं चेन्नई के कुमारी जिले के ईसाई चर्चों में मध्यरात्रि में विशेष प्रार्थना और यीशु के पुनरुत्थान का आयोजन किया गया। चेन्नई के नागरकोइल के कोट्टार सवेरियार मंदिर में 16 अप्रैल को रात साढ़े दस बजे विशेष पूजा अर्चना शुरू हुई। फिर 12 बजे मध्यरात्रि में यीशु के पुनरुत्थान का पर्व शुरू हुआ।
इसी तरह, चेन्नई के अन्य चर्च सेंट एंथोनी चर्च, शिवलापेरी रोड, पलयनकोट्टई सहित कैथोलिक चर्चों में आधी रात को ईस्टर की प्रार्थना की गई। इसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं आज सुबह 4 बजे पलयनकोट्टई कैथेड्रल सहित सीएसआई चर्चों में ईस्टर को लेकर विशेष पूजा-अर्चना की गई।
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