IPS अधिकारी का क्या रसूख होता है, इसका अंदाजा हमें समय समय पर चलता रहा है। अक्सर खबरें आती हैं कि IPS अधिकारी बंगले पर लगे फॉलोअर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों का बेजा इस्तेमाल करते रहते हैं। कहा जाता है कि जिले में तैनात एसपी सिंघम होता है और इसके अलावा भी बहुत कुछ होता है।
IPS पद के ऐसे ही कुछ बेजा इस्तेमाल की बात निकल कर सामने आ रही है हिमाचल प्रदेश प्रदेश से। बताया जा रहा है कि हिमाचल के कुल्लू जिले में एक अजब मामला सामने आया। कुल्लू के ढालपुर में पुलिस भर्ती के लिए तैनात की गई एक महिला आईपीएस अधिकारी (IPS) का एक महंगा पेन बाजार में कहीं गुम गया। जिसके बाद पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आखिर मामला IPS मैडम की पेन का था तो कूल्लू जिले के आला पुलिस अधिकारियों को पसीना चूने लगे।
पुलिस ने पेन को खोजने के लिए सीसीटीवी भी खंगाला
दहशत का आलम ऐसा कि महिला IPS अफसर के उस पेन को ढूंढने के लिए पुलिस की टीम लगा दी। लेकिन लाख हाथ-पैर मारने के बाद भी पुलिस उस गुम हुए पेन के बारे में पता नहीं लगा सकी। इस मामले में पता चला कि मैडम का खोया हुआ पेन बहुत कीमत था, जिसका मुल्य हजारों रुपए में था।
पुलिस की टीम ने कीमती पेन की बरामदगी के लिए कई दुकानों पर जाकर लोगों से पूछताछ की लेकिन गुम हुआ पेन नहीं मिला। अंत में थकहार कर पुलिस ने दुकानों और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला लेकिन पेन तो क्या उसका ढक्कन भी नजर नहीं आया।
पुलिस ने पूरा बाजार खंगाल डाला लेकिन पेन नहीं मिला
जानकारी के मुताबिक कमांडेंट के पद पर तैनात महिला IPS अधिकारी पिछले कुछ दिनों से कुल्लू में चल रही पुलिस भर्ती की ड्यूटी में आई थीं। रविवार की शाम वह ढालपुर के बाजार में कुछ सामान की खरीदते वक्त उनका कीमती पेन उनसे कहीं गुम हो गया। उन्होंने उसे ढूंढने के लिए बहुत प्रयास किया लेकिन पेन नहीं मिला। जिसके बाद सोमवार दोपहर में पुलिस टीम ने ढालपुर पहुंची जहां शुरू हुई पेन की पुलिसिया खोजबीन लेकिन पुलिस के हाथ बैरंग रहे और पेन नहीं मिला।
गौरतलब है पुलिस के इस तरह के कई कारनामों की फेहरिश्त में यूपी के रामपुर का भी एक मामला है, जिसमें सपा नेता आजम खान की लापता भैंस को खोजने के लिए पुलिस ने पूरे जिले को खंगाल डाला था। ठीक उसी तरह से पूर्व केंद्रीय मंत्री रामशकर कठेरिया के आगरा स्थित आवास से उनका कुत्ता गायब हो गया था तो उसके भी पुलिस टीम ने बहुत मशक्कत की थी। वहीं अभी कुछ दिनों पहले ही उसी रामपुर पुलिस को एक स्थानीय नेता की घोड़ी तलाशने की जिम्मेदारी मिली थी। रामपुर कांग्रेस के एक नेता ने अपनी काली घोड़ी के खोने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी।
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