एक लोकप्रिय हस्ती बनना जितना मुश्किल है, उससे भी मुश्किल होता है अपने चाहने वालों को खुश रखना। आज हम जिस हस्ती की बात कर रहे हैं, वो बहुत ही लोकप्रिय है। हम बात कर रहे हैं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की। सीएम योगी की एक चाहने वाली महिला ने अपनी मांगो को मनवाने के लिए एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे सुनने के बाद हर कोई हैरान हैं।

यूपी के सीतापुर जिले की रहने वाली एक महिला ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक अनोखे अंदाज में विवाह रचा लिया है। इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन ये सच है। यूपी की इस महिला ने बिना सीएम योगी को बताए उनकी फोटो के साथ शादी कर ली है। अब महिला का ऐसा दावा है, कि वह सारी रस्मों-रिवाज को निभाते हुए योगी आदित्यनाथ के साथ विवाह के बंधन में बंध चुकी है, तो योगी आदित्यनाथ को उन्हें अपनी पत्नी का दर्जा देना ही होगा।

सीतापुर की रहने वाली इस महिला का नाम नीतू सिंह है। नीतू एक आंगनवाड़ी कार्यकत्री है, जो महिलाओं के हित के लिए कार्य करती है। ये आंगनवाड़ी महिला कार्यकत्रियां अपनी मांगो को पूरा कराने के लिए एक लंबे अरसे से आंदोलन कर रही हैं, साथ ही सीएम योगी से गुहार कर रही हैं कि उनकी मांगो को सुना जाए और पूरा भी किया जाए।

जिलाधिकारी आवास के सामने रचाया विवाह

कार्यकत्रियों के लगातार प्रयास के बाद भी जब सीएम ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, तब जाके इन महिलाओं ने अपनी बात मनवाने के लिए ये नया तरीका अपनाया। नीतू नाम की इस कार्यकत्री ने मंगलवार को सीतापुर के जिलाधिकारी आवास के सामने विकास भवन में सीएम योगी के साथ विवाह संबंधी सभी रस्मों को संपन्न किया। सबसे पहले उन्होंने योगी की तस्वीर को वरमाला पहनाई। शादी की सभी जरूरी रस्मों को पूरा करने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सभी प्रत्यक्षदर्शियों को मिठाइयां भी बांटी।

इस अनोखे विवाह के गवांह वहां मौजूद सभी लोग बने। इस खबर के मीडिया में आने के बाद से हंगामा मच गया है। नीतू नाम की ये महिला अब योगी आदित्यनाथ से अपने पत्नी होने का हक मांग रही है। साथ ही अपील कर रही है कि योगी अपने पति होने का फर्ज निभाए और हमारी मांगो को पूरा करे।

इन लंबित मांगो ने कराई योगी की शादी

  • आंगनबाड़ी में काम करने वाली सभी महिलाओं को 18 हजार और सहायक कार्यकत्रियों को 9 हजार रुपए की सैलरी दी जाए।
  • प्रदेश में जिस भी जगह आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं का वेतन रूका हुआ हैं, उनका जल्द से जल्द भुगतान कराया जाए।
  • स्कूल की तरह आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी गर्मी का अवकाश घोषित किया जाए।
  • सभी सेवानिवृत्त कार्यकत्रियों को पेंशन की सुविधा दी जाए।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को हर साल 30 दिन का चिकित्सा अवकाश मानदेय सहित दिया जाए।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के वेतन में को हर साल कम से कम 500 और 200 रुपए की वृद्धि की जाए।
  • पिछली सरकार ने 1 अक्टूबर को बढ़े हुए मानदेय के एरियर की घोषणा की थी। उसका भुगतान तुरंत कराया जाए।

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