कटक के ठीक एक दिन बाद पीएम मोदी ने देश को 14 लेन वाला पहला हाइवे ही नहीं दिया बल्कि, सबसे हाईटेक एक्सप्रेस-वे की सौगात दी। इस दौरान पीएम मोदी ने बागपत पहुंचकर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के फायदे गिनाए। गन्ना बेल्ट कैराना में गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर विपक्ष के बनाए चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए गन्ना किसानों का खास जिक्र किया। पीएम ने चीनी मिलों को आर्थिक सहायता देने का वादा किया। पीएम मोदी ने एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के दौरान केंद्र सरकार को गन्ना किसानों के मुद्दों को लेकर संवेदनशील बताने की पूरी कोशिश की। कहा कि, सरकार ने तय किया है कि प्रति क्विंटल गन्ने पर 5 रुपये 50 पैसे की आर्थिक मदद चीनी मिलों को दी जाएगी। यह राशि चीनी मिलों को न देकर सीधे गन्ना किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। साथ ही पिछले वर्ष गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने से हुए फायदे का जिक्र किया।

पीएम मोदी ने विरोधियों को अफवाहों को मशीन टाइप बताया। कहा कि, अब किसानों के बीच भी एक झूठ फैलाया जा रहा है कि, जो किसान खेत ठेके पर या बंटाई पर देगा, उससे 18 प्रतिशत जीएसटी लिया जाएगा। जबकि, ये पूरी तरह गलत है। किसान ऐसी किसी अफवाह पर ध्यान नहीं दें। और अफवाह फैलाने वालों की प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत करें।

बागपत की रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस को तो झूठ फैलानी वाली मशीन करार दिया। कहा कि, मोदी विरोध के नाम पर ये लोग देश का विरोध करेंगे, ऐसा कभी नहीं सोचा था।

मोदी ने अपने भाषण में लोगों से बीजेपी, उसके सहयोगी दलों और विपक्षियों के बीच चुनाव करने का साफ संदेश दिया। कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों को देश की सर्वोच्च अदालत पर विश्वास का संकट खड़ा करने के साथ ही, चुनाव आयोग और ईवीएम को भी इन्होंने शक के दायरे में खड़ा करने पर जमकर वार किये। कुल मिलाकर विपक्षियों पर पीएम मोदी एक बार फिर जमकर बरसे। ऐसे में अब ये देखना होगा कि, इसका कितना असर गन्ना बेल्ट कैराना और नूरपुर में आज हो रहे उप-चुनाव पर पड़ता है।

                                                                                                                कुमार मयंक एपीएन

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