जब सूबे की सत्ता संभालते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने की घोषणा की तो लोगों की उम्मीदों को पंख लग गए। लगा कि अब सड़कों के जरिए अच्छे दिन आने वाले हैं लेकिन सचमुच शाहजहांपुर के लोगों के अच्छे दिन आ गए है ये जानने के लिए सबसे पहले हम शाहजहांपुर के कटरा विधानसभा पहुंचे।

शाहजहांपुर के गढ़िया रंगीन की लिंक रोड भले ही देखने में किसी भी तरह से सड़क नजर नहीं आ रही हो लेकिन सरकारी आंकड़ों में ये एक शानदार सड़क है। ये लिंक रोड फर्रुखाबाद हाइवे सहित दिल्ली हाइबे से मिलता है लेकिन सड़क के हालात बद से बदतर है। बारिश होने पर तो यहां नर्क का नजारा बन गया है। पूरी सड़क गड्ढे और कीचड़ से अटी पड़ी है। इनता कीचड़ कि यहां से गुजरना मुहाल है। हैरत की बात है कि शाहजहांपुर से बीजेपी सांसद कृष्णाराज केन्द्र सरकार में मंत्री भी है और उनके ही संसदीय क्षेत्र में सड़कों पर नर्क का नजारा है। इस सड़क की पिछले 5 साल से ज्यादा वक्त से यही स्थिति है। सरकार बदली लेकिन इस सड़क की तस्वीर नहीं बदल सकी। लोग परेशान हैं और सरकार के वादों से निराश और नाराज भी है।

वहीं अगर तिलहर विधानसभा की बात करें तो यहां से बीजेपी विधायक रोशन लाल है लेकिन सड़कों के मामले में यहां के लोग अधंकार युग में जी रहे हैं। शाहजहांपुर-पीलीभीत हाइवे की स्थिति जर्जर है। बिसलपुर के पास सड़क पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे है कि यहां से निकलना दूभर है। इस सड़क पर हर वक्त गाड़ियों की आवाजाही रहती है लेकिन इस गड्ढेवाली सड़क से निकलना भी बड़ी चुनौती रहती है। इन गड्ढों की वजह से यहां अकसर गाड़ियों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता है। गाड़ियों की फिटनेस भी गड्ढों के चलते खराब होती है। इस सड़क पर चलने की लोगों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है

वहीं सीएम योगी के गड्ढामुक्ति के दावों की पोल खोल रही है निगोही लिंक रोड। ये लिंक रोड शाहजहांपुर हाइवे से मिलाता है करीब 22 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। इन गड्डों में बारिश के बाद पानी भर गया है जो कहीं-कहीं तो तालाब की शक्ल अख्तियार कर लिया है। बारिश की वजह से सड़क पर कीचड़ भी भर गया है। निगोही लिंक रोड के किनारे कई गांव बसे हुए है। ऐसे में बदहाल सड़क की वजह से यहां के लोग नर्क सी जिंदगी जीने को मजबूर हैं।

शाहजहांपुर के खस्ताहाल सड़कों का जायजा लेते हुए हमारी टीम शाहजहांपुर के मुख्य चौराह बरेली मोड पर पहुंची। इस चौराहे से फर्रूखाबाद- दिल्ली हाइवे, लखनऊ सहित बरेली हाइवे गुजरती है। लेकिन यहां की सभी सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं। यहां से सुरेश खन्ना विधायक है जो यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। मंत्री जी की विधानसभा में सड़कें गड्डा मुक्त नहीं बल्कि गड्ढायुक्त नजर आती है। इन हाइवे पर बड़े बड़े गड्ढे हैं जिसकी वजह से गाड़ियों में भी नुकसान हो जाता है।

हालांकि बरेली मोड़ से होकर गुजरने वाली इन हाइवे पर मरम्मत कार्य भी हुई थी लेकिन काम के नाम पर ठेकेदार लाखों कमाकर ले गया और सड़कें फिर से टूट गई। कुल मिलाकर शाहजहांपुर में भी गड्डामुक्ति पर कोई भी काम नजर नही आता। वहीं शाहजहांपुर में गड्ढा मुक्ति पर जब हमने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता सनसवीर सिंह से सवाल का तो साहब का जबाब था कि जितना बजट था उतना सड़कों पर काम करा दिया गया है। बजट नहीं होने के कारण सभी सड़कें गड्डा मुक्त नही हो पाईं। अब बजट जब आएगा तभी दोबारा काम कराया जाएगा

फिलहाल इससे एक बात तो साफ होती है कि सरकार अभी तक जनता को गड्ढामुक्त सड़क बनाने का झांसा देती रही है। हाल ये है कि बजट के आभाव में शाहजहांपुर में पचास फीसदी सड़क भी गड्ढामुक्त नहीं हो सकी है।सड़कों का हाल खस्ता है और सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है। ऐसे में हम तो यही कहेंगे कि सरकार जमीनी हकीकत के मुताबिक ही दावे करे क्योंकि ये पब्लिक है साहब, सब जानती है ।

                                                                                                                     एपीएन ब्यूरो

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