गणतंत्र दिवस के मौके पर इस तरह के हादसे काफी दुख पहुंचाते हैं। एक तरफ देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भाईचारे की अपील करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग देश की शांति को भंग करने की कोशिश करते हैं। उत्तर प्रदेश के कासगंज में शुक्रवार (26 जनवरी) को गणतंत्र दिवस के मौके पर एक तिरंगा यात्रा उस वक्त सांप्रदायिक टकराव में तब्दील हो गई जब दो समुदायों के बीच कहासुनी हो गई। इस तिरंगा यात्रा पर सम्प्रदाय विशेष के लोगों ने पथराव किया। इसके बाद से माहौल बिगड़ गया। इस हिंसा में एक की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। आगजनी और तोड़फोड़ होने के बाद बवाल बढ़ता देख पुलिस प्रशासन ने आस-पास जिलों की पुलिस फोर्स मौके पर बुलाई है।

खबरों के मुताबिक पुलिस ने बताया है कि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने मथुरा-बरेली राजमार्ग पर तिरंगा यात्रा निकाली थी। बिलराम इलाके से जब यह यात्रा गुजर रही थी तभी दो दूसरे समुदायों के बीच कहासुनी हो गई और फिर मामले ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। दोनों समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पत्थर चलाए, फिर बंदूकें निकल आईं और गोलियां चलीं, वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।

अलीगढ़ मंडल के आई जी डॉ संजीव गुप्ता ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर रैली निकालते समय कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। जिसके चलते दोनों पक्ष भिड़ गए और आगजनी व फायरिंग हो गई।  मौके पर पहुंची पुलिस ने हिंसा पर काबू करने के लिए बल प्रयोग किया लेकिन उपद्रवियों पर काबू नहीं पाया जा सका। अंतत पुलिस को कर्फ्यू लाना पड़ा।

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