भारत में सबको बोलने का अधिकार है, किसी पर भी आरोप लगाने का अधिकार है। अगर किसी को इससे समस्या होती है तो इसके लिए पुलिस और न्यायपालिका है। लेकिन अब इन सब कामों में डी कंपनी ने दखल देना शुरू कर दिया है। जी हां, मदरसों पर आतंकवाद का आरोप लगाकर उन्हें बंद करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गुजारिश करने वाले उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी  ने खुद को माफिया सरगना दाऊद इब्राहीम के गुर्गे द्वारा फोन पर धमकी दिए जाने का दावा किया है। इसके लिए उन्होंने लखनऊ के चौक थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। इस एफआईआर में उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के तरफ से धमकी मिली है।

रिजवी के मुताबिक, उन्हें शनिवार देर रात फोन पर यह धमकी मिली। फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने खुद को ‘डी कंपनी’ का आदमी बताया और ‘भाई’ के नाम से धमकी दी। रिजवी के अनुसार, उन्हें नेपाल से दाऊद इब्राहिम के किसी गुर्गे ने फोन किया और मदरसों के मामले में चल रहे विवाद के क्रम में दाऊद का मैसेज देते हुए धमकाया। रिजवी ने बताया कि दाऊद के हवाले से उन्हें धमकी दी गई कि वह फौरन मौलानाओं से माफी मांगें, नहीं तो उन्हें और उनके परिवार को धमाके से उड़ा दिया जाएगा।

बता दें कि  रिजवी ने गत आठ जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मदरसों को ‘मानसिक कट्टरवाद’ को बढ़ावा देने वाला बताते हुए उन्हें स्कूल में तब्दील करने और उनमें इस्लामी शिक्षा को वैकल्पिक बनाने का अनुरोध किया था.  तभी से रिजवी कई मुस्लिम संगठनों के निशाने पर हैं।  इसका जिक्र वह बार-बार मीडिया में करते आ रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here