देश में कोरोना वायरस का प्रकोप काफी तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस का नया वोरियंट लोगों को जल्दी अपनी चपेट में ले रहा है। कोरोना मरीजों की संख्या इतनी अधिक हो गई है कि, अस्पताल में बेड कम पड़ गए हैं। मरीज अस्पताल की सीढ़ियों पर दम तोड़ रहे हैं। वहीं ऑक्सीजन की कमी भारत के हर अस्पताल में है। ऑक्सजीन की कमी के कारण कई मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था काफी खस्ता हाल में है। यहां पर भी ऑक्सीजन की कमी हो रही है।

पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता की जान बचाने के लिए तैयार हो गए हैं उन्होंने प्रदेश में 13 और  ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्देश दिया है। इस पर काम जोरो शोरों से चल रहा है। केंद्र सरकार ने भी उत्तर प्रदेश को 750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का आवंटन किया है। इसके अलावा प्रदेश के 75 जिलों में 81 इकाइयां रोजाना 900 मीट्रिक टन से ज्यादा ऑक्सीजन उत्पादन कर रही हैं। सीएम के निर्देश पर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग ने ऑक्सीजन की आपूर्ति मेडिकल उपयोग में ही लाने के लिए तत्काल अफसरों की ड्यूटी लगाकर प्लांटों से समन्वय स्थापित करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है।

इन जिलों में हो रहा उत्पादन और रीफिलिंग
75 जिलों में 81 इकाइयों में गौतमबुद्धनगर में एक, गाजियाबाद में एक मैन्यूफैक्चरर और 15 रीफिलर, आगरा में सात रीफिलर और एक मैन्यूफैक्चरर, मथुरा में दो मैन्यूफैक्चरर, अलीगढ़ में तीन रीफिलर एक मैन्यूफैक्चरर, कानपुर नगर में दो रीफिलर और दो मैन्यूफैक्चरर, कानपुर देहात में एक मैन्यूफैक्चरर और एक रीफिलर, लखनऊ में तीन रीफिलर और दो प्रोड्यूसर, प्रयागराज में एक मैन्यूफैक्चरर, मुजफ्फरनगर में दो मैन्यूफैक्चरर एक रीफिलर, वाराणसी में एक मैन्यूफैक्चरर, चंदौली में छह मैन्यूफैक्चरर और संतकबीरनगर में एक मैन्यूफैक्चरर इकाई है। इसके अलावा अयोध्या में एक, बाराबंकी में एक, अंबेडकरनगर में एक, फिरोजाबाद में तीन, अमेठी में दो, बरेली में तीन, बहराईच में एक, गोरखपुर में दो, झांसी में तीन, और्रैया में एक, शामली में एक, बुलंदशहर में एक, मेरठ में एक, बिजनौर में दो, मुरादाबाद में चार, मीरजापुर में एक रीफिलर ईकाई ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही है।

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