उत्तर प्रदेश में बीजेपी की योगी सरकार बनने के बाद सूबे की सड़कों के गड्ढों को भरना प्राथमिकता बताई गई थी… इसके लिए आनन-फानन में 15 जून 2017 की डेडलाइन भी तय कर दी गई… लेकिन वक्त-वक्त पर ये डेडलाइन बदलती गई और सरकार के एक साल पूरे होने पर योगी सरकार ने दावा कर डाला कि सूबे की सभी सड़कें गड्ढामुक्त हो गई है… लेकिन क्या सरकार के दावों में दम है… क्या सचमुच सूबे की सभी सड़कों के जख्म भर गए है… इसी का जायजा लेने के लिए हम पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर पहुंचे…

सबसे पहले हम एनएच-34 पहुंचे जिसे दिल्ली-पौड़ी हाईवे कहा जाता है…यहां हमें बीच सड़क पर तलाब का नजारा दिखा… यकीन करना मुश्किल था कि दिल्ली-पौड़ी नेशनल हाइवे- 34 का ये हाल है…

ये हाइवे मुजफ्फरनगर के लिए बेहद महत्वपूर्ण हाइवे माना जाता है…लेकिन इस सड़क पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे है कि इनसे गुजरना आसान नहीं… इन गड्डों में पानी भर जाने पर स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है… गाड़ी चालकों को गड्ढों की गहराई का अंदाज नहीं होने की वजह से गाड़ी अचनक गड्डे में फंस जाती है… बाइक सवारों के लिए तो ये पानी भरे गड्डे जानलेवा साबित हो जाती है… इन गड्डों की वजह से यहां रोजाना कोई ना कोई हादसा होते रहता है और कई बार तो लोगों की जान भी चली जाती है… दरअसल यहां सड़क में गड्ढा है या गड्ढों में सड़क, ये फैसला करना बड़ा मुश्किल है… रोजाना लाखों की संख्या में इस हाइवे से गाड़ियां गुजरती हैं, लेकिन ये बड़ा गड्ढा ना तो किसी अधिकारी को दिखाई देता है और ना ही किसी नेता को… मुजफ्फरनगर में सांसद BJP से संजीव बालियान और मुजफ्फरनगर की सभी 6 विधानसभाओ पर बीजेपी के विधायक ,जिला पंचायत अध्यक्ष भी BJP  के होने के बावजूद सभी नेतागण मुख्यमंत्री के गड्ढा मुक्त सड़कों के दावों को साकार नहीं कर पा रहे हैं… इस गड्ढे की वजह से बड़े हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन कुंभकर्णी नींद में सोया प्रशासन मुख्यमंत्री योगी के गड्ढा मुक्त सड़क के दावे पर पलीता लगा रहा है…

NH 34 से मुकल्लमपुर गांव की ओर जाती हुई सड़क किसी नदी सी दिखती है… सड़क पर जहां तक नजर आती है पानी ही पानी नजर आता है… ये रोड NH 34 में जाकर मिलती है और इसी पानी की वजह से NH 34 के गड्डे में पानी भर जाता है जो इसे मौत की सड़क बना देता है… इसी नर्क जैसी सड़क से ग्रामीणों को पानी से होकर जाना पड़ता है… जबकि NH 34 से मुकल्लमपुर गांव की ओर जाती इस सड़क पर गड्डे ही गड्डे है लेकिन पानी की वजह से यहां से गुजरने वाले लोगों को गड्डे की गहराई का अंदाजा नहीं लगता जिसकी वजह से इस सड़क पर भी रोजाना हादसे होते रहते है…

APN  की टीम जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गड्ढा मुक्त सड़कों के दावे की हकीकत जानने के लिए मुजफ्फरनगर के कई सड़कों से गुजरी लेकिन ज्यादातर सड़के सरकार के दावों का माखौल उड़ा रही है… ये सड़कें सरकार के वादों और दावों के विरोधाभास को बता रही है… मुजफ्फरनगर जनपद में ज्यादातर सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं और इन गड्ढों की वजह से जनपद में हमेशा जाम की स्थिति भी बनी रहती है…मुजफ्फरनगर में कई बड़े हादसे सड़कों पर इन गड्ढों की वजह से हो चुके हैं…

मुजफ्फरनगर में नावल्टी चौक और सरवट चौराहे पर लंबे समय से सड़क खराब है जिससे जनपद में रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है… सड़कों में गड्डे बन गए है जिनकी वजह से गाड़ियों की रफ्तार कम हो जाती है और कभी इन गड्डों से बचने के चक्कर में गाड़ियां आपस में टकरा भी जाती है…

चलिए अब आपको NH 58 पर जानसठ बाईपास पुल के पास का नजारा दिखाते है… ये सड़क भी जख्मी पड़ा है… पुल के नीचे कई बड़े गड्ढे बन गए है, इन्हीं गड्ड़ों से होकर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं…जर्जर सड़कों की वजह से गाड़ियों का पुर्जा-पुर्जा हिल जाता है…

मुजफ्फरनगर-बिजनौर रोड पर भी कई बड़े गड्ढे है जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गड्ढा मुक्त सड़कों के दावे का मजाक उड़ा रही है…जर्जर सड़क यहां की विकास की रफ्तार को कम कर रही है… इन सड़कों की वजह से यहां से गुजरना किसी जंग लगने से कम नहीं…

मुजफ्परनगर का जानसठ-मीरापुर रोड भी जर्जरहाल में है… सड़क में कई गड्ढे हैं लेकिन अब इन गड्डों को भरने का काम किया जा रहा है… जहां जहां गड्डे थे वहां पैचवर्क किया जा रहा है और जहां पूरी सड़क ही टूट कर गायब गई थी वहां नए सिरे से सड़क बनाई जा रही है…

लेकिन परिक्रमा रोड पर सरकार की मेहरबानी नहीं हुई है इस सड़क का बुरा हाल है… पूरी सड़क टूटी हुई है… कही-कहीं बड़े-बड़े गड्ढे भी बन गए है… इस टूटी सड़क की वजह से याहां से गुजरने वाले परशान रहते है वहीं यहां के दुकानदारों की दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है

मुजफ्फरनगर में सड़कों की स्थिति योगी सरकार के दावों से मेल नहीं खाती…ये हाल उस जिले का है जहां के सांसद और सभी विधायक बीजेपी से ही हैं ऐसे में कम से कम उन्हें तो सीएम योगी के वादों और दावों की लाज रखनी चाहिए थी…  मुजफ्फरनगर में सड़कों के गड्ढे अब विपक्ष को योगी सरकार पर तानों के तीर चलाने का मौका दे रहे है… विपक्ष का कहना है कि सरकार का सूबे में गड्ढामुक्त सड़कों का वादा भी एक जुमला भर था

सड़कें किसी भी जगह के विकास का पैमाना है… सड़कें ठीक होगी तो वहां विकास भी रफ्तार पकड़ सकेगी…लेकिन मुजफ्फरनगर में सड़कों की तस्वीर ऐसी नहीं है कि यहां विकास की मुकम्मल तस्वीर बन सके… योगी सरकार भले ही सूबे में सभी सड़कों को गड्ढ़ामुक्त किए जाने की बात कह रही हो लेकिन मुजफ्परनगर की सड़कें आज भी सरकार के दावों के हकीकत में तब्दील होने का इंतजर कर रही है

एपीएन ब्यूरो, मुजफ्फरनगर

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