पंजाब नेशनल बैंक फिर से चर्चा में है। इस बार बैंक घोटाले की नहीं बल्कि डिजिटल को लेकर चर्चा में है। नीरव मोदी ने पीएनबी बैंक को चूना लगाया तो बैंक के कर्मचारियों पर कई सवाल खड़े हुए। लेकिन अब बैंक के कर्मचारियों की वजह से ही डिजिटल लेनदेन के मामले में सबसे आगे है। पंजाब नेशनल बैंक डिजिटल लेन-देन के मामले में देश का शीर्ष सरकारी बैंक बन गया है। वित्तीय सेवा विभाग की रिपोर्ट में डिजिटल लेनदेन के आधार पर पीएनपी को पहले नंबर का सार्वजनिक बैंक बताया गया है। डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन के लिए उसे देश के पूरे बैंकिंग क्षेत्र में छठवें स्थान पर रखा गया है।

सरकारी की ओर से बैंक को 71 अंक दिये गये हैं, जो कि प्रदर्शन की उच्चतम श्रेणी है। पीएनबी का तकनीकी खामियों के चलते रद्द हुये लेनदेन का अनुपातकुल लेनदेन का मात्र 0.83 प्रतिशत है जो एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। बैंक ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के घोटाले से उबरने के लिए इस साल डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए थे। इनमें बैंक ने मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा को आसान बनाने के लिए एक नया फॉर्मेट बनाया। इससे ग्राहकों को घर बैठे बैंकिंग सुविधा मिली। इस फॉर्मेट में ग्राहकों को अपना बैलेंस जानने समेत अन्य काम करने के लिए सिर्फ कुछ कीवर्ड डालने होते हैं और अपडेट मिल जाता है। पीएनबी ने एसएमएस बैंकिंग को मजबूत बनाया। जिसका असर दिखा। और आज बैंक सबसे आगे है।

 —ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन

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