गृह मंत्रालय को लेकर एक चौकाने वाला खुलासा किया गया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। यूपीए सरकार में गृह सचिव रहे जी के पिल्लै ने बताया, कि मंत्रालय में बैठकर कुछ जूनियर कर्मचारी पॉर्न फिल्मे देखते थे और उन्हें डाउनलोड भी करते थे। पिल्लै ने कहा, कर्मचारियों की इस हरकत की वजह से कम्प्यूटरों पर मैलवेयर डाउनलोड हो जाता है और पूरे नेटवर्क की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती थी। बता दें कि मैलवेयर एक खास किस्म का सॉफ्टवेयर होता है, जिसे बनाने का मकसद कम्प्यूटर सिस्टम को बाधित करना, नुकसान पहुंचाना या उनमें अनधिकृत प्रवेश करना होता है।
उन्होंने कहा कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी देर शाम तक बैठकों में व्यस्त होते थे, जिसके कारण अधीनस्थ कर्मियों को बैठक के बाद के काम के लिए कार्यालयों में रूकना पड़ता था। जिसके बाद वे इंटरनेट खोलते हैं और वे अश्लील वेबसाइटों पर चले जाते हैं और वे सभी तरह की चीजों को डाउनलोड करते हैं, जिनके साथ ‘मालवेयर’ भी डाउनलोड हो जाते हैं। उन्होंने बताया, कि विस्तृत समीक्षा में यह बात सामने आई।
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पिल्लई ने यह खुलासा ऐसे वक्त में किया है, जब हाल ही में 10 सरकारी वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया था। इनमें गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट्स भी शामिल थीं। शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इन साइटों को हैक किया गया है, लेकिन सरकार ने साफ किया कि यह कोई साइबर हमला नहीं, बल्कि तकनीकी खामी है। जिन साइटों पर असर पड़ा, उनमें श्रम मंत्रालय, चुनाव आयोग और ईपीएफओ भी शामिल हैं। इन सभी साइटों को नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर होस्ट करता है। एनआईसी को इस संदिग्ध हैकिंग की जांच के आदेश दिए गए थे।