देश में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को दिल्ली बॉर्डर पर 200 दिन से अधिक हो गया है। आंदोलन के कारण दिल्ली से पंजाब, हरियाणा आने जाने वालों को दिक्कत तो हो ही रही है साथ ही अब आस पास रहने वाले लोग भी परेशान हो गए हैं। लोगों को आंदोलनकारियों से जान का डर सताने लगा है।
दरअसल बहादुरगढ़ के बाईपास पर गांव कसार से एक ऐसी खबर सामने आरही है जहां आदोलनकारी किसानों ने गांव के एक युवक को शराब पिलाकर जिंदा जला दिया उसे अब शहीद किसान कह रहे हैं। जींद के एक आंदोलनकारी पर तेल छिड़ककर आग लगाने का आरोप है। घटनास्थल पर आरोपी का एक वीडियो भी सामने आया है।
मृतक के बयान के अनुसार वह गांव के किसानों के साथ शराब पी रहा था कुछ समय बाद एक आदमी आया उस पर मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा दी। मृतक युवक को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार युवक 99 फीसदी जल चुका था।
पुलिस को दी शिकायत में गांव कसार निवासी मदन लाल पुत्र जगदीश ने बताया कि उसका भाई मुकेश बुधवार शाम घर से घूमने के लिए निकला था और गांव के साथ ही बैठे किसान आन्दोलनकारियों के पास पहुंच गया। उन्हें फोन से पता चला कि आपके भाई पर आन्दोलनकारियों ने जान से मारने की नीयत से तेल छिड़ककर आग लगा दी। वह तुरंत अपने गांव के पूर्व सरपंच टोनी को लेकर मौके पर पहुंचा तो देखा भाई मुकेश गंभीर रूप से झुलसा हुआ था। उसे तुरंत सिविल अस्पताल लेकर आए।
मृत युवक का नाम मुकेश बताया जा रहा है। पुलिस को दिए बयान के अनुसार कृष्णा नाम के एक व्यक्ति ने पहले उसे जमकर शराब पिलाई फिर उसे जान से मार दिया। कृष्णा ने सफेद रंग की शर्ट पहन रखी थी। डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि इस संबंध में पहले संदीप और कृष्ण के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। मगर मौत होने के बाद हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है।
मुकेश के शव का पोस्टमार्टम हो रहा है। 10 साल की बच्ची अभी भी यकीन नहीं कर पा रही है कि उसका पिता अब इस दुनिया में नहीं है। परिवार का रो रोकर बुरा हाल हो गया है।