महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है। यह बात आए दिन खुद महिलाएं साबित करती रहती है। एक बार फिर देश की 6 जाबांज महिलाओं ने भारत का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। भारतीय नौसेना की 6 महिलाएं ‘आईएनएसवी तारिणी’ से समुद्र के जरिए 8 महीने (254 दिन) में पूरी दुनिया का चक्कर लगाके सोमवार को गोवा के तट पर लौट आईं। इस खास मौके पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने नौसेना की इन जाबांज महिलाओं का स्वागत किया। इन महिलाओं ने 8 महीने 11 दिन में 3 महासागर, 4 महाद्वीप और 5 देशों का सफर किया।

Indian Navyइस अभियान का नाम ‘नाविका सागर परिक्रमा’ रखा गया, जिसे पिछले साल 10 सितंबर को आईएनएस मांडवी बोट पुल से रवाना किया गया था। इस अभियान का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी कर रही थीं और इसमें चालक दल की सदस्य लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, स्वाति पी, लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोड्डापति, एस विजया देवी और पायल गुप्ता शामिल थीं। इन्होंने 55 फुट के आईएनएस तारिणी में अपनी यह यात्रा पूरी की।

Indian-Navyइस अवसर पर लेफ्टिनेंट कमांडर जोशी ने कहा, कि हमें अपनी यात्रा करने से काफी पहले से ही पता था कि यह अभियान काफी चुनौतीपूर्ण और भयभीत करने वाला है और हमें अपने अभियान के दौरान अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ा था लेकिन इनका सामना करते हुए हमारे भीतर एक नई ताकत का संचार हुआ।

Indian Navy2वहीं इस बारे में नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह यात्रा छह चरण में पूरी की गई है।  और चालक दल ने इस दौरान फ्रेमांटले (ऑस्ट्रेलिया), लाइटिलटन (न्यूजीलैंड), पोर्ट स्टैनली (फॉकलैंड द्वीप), केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका) और मॉरीशस में अपना पड़ाव डाला।

Indian Navyप्रवक्ता ने बताया कि चालक दल ने अपनी यात्रा के दौरान 21,600 नॉटिकल माइल की दूरी तय की और दो बार भूमध्य रेखा, तारिणी चार महाद्वीपों और तीन सागरों को पार किया।Indian-Navyवहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, कि ‘INSV तारिणी के भारतीय नौसेना के महिला दल को नाविका सागर परिक्रमा पूरी करने पर हार्दिक बधाई। देश लौटने पर आपका स्वागत है।

Indian Navyगौरतलब है कि टीम के सफर पर निकलने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मुलाकात की थी और इस ऐतिहासिक यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी थी।

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