Sully Deals App: ‘सुल्ली डील्स’ ऐप बनाने वाले ओंकारेश्वर ठाकुर को अदालत से झटका लगा है। दिल्ली की एक अदालत ने उसे जमानत देने से इनकार कर दिया है। बताते चलें कि दिल्ली पुलिस ने सुल्ली डील्स ऐप के निर्माता और मास्टरमाइंड को इंदौर से गिरफ्तार किया था। डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया था कि आरोपी समुदाय विशेष की महिलाओं को बदनाम करने के लिए बनाए गए ट्विटर पर ट्रेड-ग्रुप का सदस्य था।
Sully Deals App: Neeraj Bishnoi की जमानत याचिका भी हो गयी थी खारिज
बताते चलें कि इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने बुल्ली बाई एप्प (Bulli Bai App) बनाने वाले नीरज बिश्नोई की जमानत याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि आरोपी द्वारा बनाए गए इस ऐप पर अपमानजनक और सांप्रदायिक कंटेंट है। ऐसा महिलाओं को बदनाम करने के लिए किया जा रहा था। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पंकज शर्मा ने कहा कि आरोप की व्यापकता और जांच के स्तर को देखते हुए इस स्तर पर जमानत देने का कोई आधार नहीं बनता है।
Bulli Bai App मामले में कहां तक पहुंची जांच? जानें यहां
Bulli Bai App मामले में मुख्य आरोपी Neeraj Bishnoi की गिरफ्तारी के बाद नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इसी केस को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल IFSO के DCP (केपीएस मल्होत्रा) KPS Malhotra ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि बुली बाई मामले के मास्टरमाइंड नीरज बिश्नोई से पूछताछ के दौरान ऐसे सबूत मिले जिससे हमें ओंकारेश्वर ठाकुर (Omkareshwar Thakur) को गिरफ़्तार करने में मदद मिली। जिसने सुल्ली डील्स ऐप के कोड लिखे थे उससे पूछताछ हो रही है, उसके लैपटॉप की फॉरेंसिक जांच भी चल रही है।
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