शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज दोपहर में राम नगरी अयोध्या पहुंचें। वह अपनी अयोध्याई यात्रा के दौरान 3 बजे साधु संतों से मिलेंगे। राम मंदिर निर्माण पर करेंगे परिचर्चा। संतों संग बैठक के बाद शाम 5 बजकर 15 मिनट पर सरयू तट पर जाएंगे उद्धव ठाकरे, करेंगे महाआरती। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नीस और बेटे आदित्य ठाकरे भी साथ रहेंगे। 25 नवंबर को वह सुबह 9 बजे राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन करेंगे। शिवसेना के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दो ट्रेनों में शिवसैनिक अयोध्या पहुंच चुके हैं।

शिवसेना और विश्व हिन्दू परिषद (विहिप)के कार्यक्रमों को देखते हुये अयोध्या में सुरक्षा का फूलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है। सुरक्षा के कड़े प्रबन्ध किये गये है। बिना परिचय पत्र दिखाये बाहरी व्यक्तियों को अयोध्या में प्रवेश नही जाने दिया जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि विवादित रामजन्म भूमि परिसर पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिये विहिप ने 25 नवम्बर को धर्मसभा का आयोजन किया है जिसमें एक लाख से अधिक कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। वही शिवसेना ने 24 नवम्बर को अयोध्या में साधु संतों को सम्मानित करने का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शिरकत कर रहे है।

अयोध्या को चारों तरफ से सीज कर दिया गया है। दोनों कार्यक्रमों के मद्देनजर अयोध्या में बिना परिचय पत्र दिखाये प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। विवादित राम जन्म भूमि के आसपास रहने वाले लोगों को भी बिना बिना प्रवेश पत्र दिखाने आने जाने रोक लगा दी गयी है। पूरी अयोध्या नगरी छावनी में तब्दील नजर आ रही है। चारों तरफ पीएसी, आएएफ तथा पैरा मिलट्री फोर्स दिखायी पड़ रही है। शिवसेना तथा विहिप के धर्मसभा में शामिल होने के लिये कार्यकर्ता यहां शुक्रवार शाम से पहुचना शुरू हो गये है। मुंम्बई से शिव सैनिकों को लेकर दो ट्रेनें शनिवार सुबह यहां पहुंची है। अयोध्या में विहिप की धर्मसभा और शिवसेना के सम्मान समारोह के मद्देनजर विवादित श्रीराम जन्मभूमि की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है तथा सुरक्षा व्यवस्था में 70 हजार जवान तैनात किए गये है।

प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देशों की कड़ाई से पोलन के लिए राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाकर विवादित राम जन्मभूमि परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। राज्य सरकार ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के पालन करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए आतंकवादी निरोधक दस्ता, अतिरिक्त पुलिस बल, अर्ध सैन्य बल तैनात किये गये है। इसके अलावा भीड़ पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि  किसी को भी रामजन्मभूमि परिसर में कोई आयोजन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिला प्रशासन ने पहले से अयोध्या में धारा 144 लगा रखी है और किसी भी कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी।

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