शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को एक नया नारा देकर राम मंदिर निर्माण की मांग तेज कर दी है। ठाकरे ने अपने 24 और 25 नवंबर के अयोध्या दौरे की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में महाराष्ट्र के बाहर से भी पार्टी नेता शामिल हुए थे।
बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘हर हिंदू की यही पुकार, पहले मंदिर फिर सरकार’। बता दें, शिवसेना समय-समय पर भारतीय जनता पार्टी पर राम मंदिर निर्माण को लेकर दबाव बनाती रही है। ठाकरे ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से 24 नवंबर को पूरे राज्य में महाआरती का आयोजन करने लिए भी कहा है। वह 24 नवंबर को अयोध्या में सरयू पूजा का भी आयोजन करेंगे।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे से पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने उनसे मुलाकात की। बंद कमरे के अंदर हुई इस बैठक के बारे में अभी तक जानकारी तो हासिल नहीं हो सकी है लेकिन उम्मीद की जा रही है ये मुलाकात 25 नवंबर को होने वाले अयोध्या दौरे को लेकर हो सकती है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक अध्यादेश लाने में देरी से यह संकेत मिलता है कि केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा इसे लेकर इच्छुक नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के सांसद संजय राउत ने कहा कि अगर राजग सरकार ‘तीन तलाक’ पर प्रतिबंध लगाने के लिए अध्यादेश ला सकती है, तो फिर देश के लिए ‘गौरव का विषय’ राम मंदिर के निर्माण की बाधाओं को हटाने के लिए यह रास्ता क्यों नहीं अपनाती।
उन्होंने कहा कि 2014 में भाजपा को सत्ता में आने में मदद करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाने में विफल रहने को लेकर राजग सरकार को हटा देना चाहिए। राउत का बयान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अयोध्या की 25 नवंबर की प्रस्तावित यात्रा के मद्देनजर आया है। उनकी इस यात्रा के दौरान पार्टी इस मुद्दे पर अपने अगले कदम का खुलासा कर सकती है।