भारत की 73 प्रतिशत संपत्ति 1 प्रतिशत लोगों के पास है। और हर साल अपना देश छोड़कर दूसरे दशों में बसने की इन करोड़पतियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 2017 में करीब 7000 करोड़पति भारतीयों ने अपना स्थाई निवास बदल लिया है। पलायन की ये दर 2016 की तुलना में 16 फीसदी ज्यादा थी। ये आंकड़ा चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा है। वैश्विक स्तर पर 2017 में 10,000 चीनी करोड़पतियों ने अपना डोमिसाइल बदला।

न्यू वर्ल्ड वेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार 2017 में 7,000 ऊंची नेटवर्थ वाले भारतीयो ने अपना स्थायी निवास किसी और देश को बना लिया। वर्ष 2016 में यह संख्या 6,000 और 2015 में 4,000 थी। वैश्विक स्तर पर 2017 में 10,000 चीनी करोड़पतियों ने अपना डोमिसाइल बदला था। अन्य देशों के अमीरों का अपने देश से दूसरे देश में बस जाने की संख्या में तुर्की के 6,000, ब्रिटेन के 4,000, फ्रांस के 4,000 और रुस के 3,000 करोड़पतियों ने अपना डोमिसाइल बदला है

हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दोनों देशों में जितने अरबपति बाहर जा रहे हैं उससे ज्यादा बन रहे हैं इसलिए कोई बड़ा फर्क नहीं पड़ेगा। इन देशों में जैसे-जैसे रहन-सहन का स्तर सुधरेगा लोग वापस भी आ जाएंगे।

पिछले 10 सालों में ऑस्ट्रेलिया की सम्पत्ति 83 फीसदी बढ़ी है। इसके चलते औसत ऑस्ट्रेलियाई नागरिक अब अमेरिकी नागरिकों से ज्यादा अमीर हैं। तमाम अमीर लोगों के लिए ऑस्ट्रेलिया जगह पहली पसंद बन रहा है, अमेरिका दूसरे और कनाडा तीसरे नंबर पर है। इनके बाद यूएई का नंबर आता है। भारत में कुल 3,30,400 ऐसे लोग हैं जिनके पास एक मिलियन डॉलर से ज्यादा की संपत्ति है। जबकि 119 लोग ऐसे हैं जिनके पास एक बिलियन डॉलर से ज्यादा संपत्ति है।

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